मक्का व धान के पंजीयन नहीं करा रहे किसान
पंजीयन कराने से किसान कतरा रहे हैं। इस कारण पंजीयन की संख्या न के बरारब है। सरकारी केंद्र से बाजार भाव ज्यादा होने के कारण आगे लक्ष्य पूरा करना केंद्र प्रभारियों के लिए मुश्किल होगा। कस्बे की मंडी समिति में किसानों के लिए खरीद केंद्र बनाया जाता है। मक्का बेचने के लिए 16 अगस्त से और धान बेचने के लिए 25 जु पंजीयन कराने से किसान कतरा रहे हैं। इस कारण पंजीयन की संख्या न के बरारब है। सरकारी केंद्र से बाजार भाव ज्यादा होने के कारण आगे लक्ष्य पूरा करना केंद्र प्रभारियों के लिए मुश्किल होगा। कस्बे की मंडी समिति में किसानों के लिए खरीद केंद्र बनाया जाता है। मक्का बेचने के लिए 16 अगस्त से और धान बेचने के लिए 25 जु
संवाद सहयोगी, तिर्वा : मक्का व धान के पंजीयन कराने से किसान कतरा रहे हैं। इस कारण पंजीयन की संख्या न के बराबर है। सरकारी केंद्र से बाजार भाव ज्यादा होने के कारण आगे लक्ष्य पूरा करना केंद्र प्रभारियों के लिए मुश्किल होगा। कस्बे की मंडी समिति में किसानों के लिए खरीद केंद्र बनाया जाता है। मक्का बेचने के लिए 16 अगस्त से और धान बेचने के लिए 25 जुलाई से रजिस्ट्रेशन चल रहे। अब तक केंद्र पर बमुश्किल 110 किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराए है। कारण, इस बार सरकार के समर्थन मूल्य से ज्यादा कीमत बाजारों में मिल रही। इससे किसान रजिस्ट्रेशन कराने से कतरा रहे और आढ़तों पर धान व मक्का बेचने के लिए तैयार है। इतने दिन तक होगी खरीद
मक्का की खरीद एक नवंबर से शुरू होगी और 28 फरवरी तक होगी और धान की खरीद एक अक्टूबर से शुरू कर 31 दिसंबर तक की जाएगी। केंद्र पर सिर्फ रजिस्ट्रेशन कराने वालों से खरीद होगी। बाजार व समर्थन मूल्य
खरीद केंद्र पर धान का समर्थन मूल्य 1815 से 1835 रुपया प्रति कुंतल रहेगा। जबकि बाजारों में दो हजार से लेकर 21 सौ रुपए प्रति कुंतल बाजार में खरीदारी हो रही। यही हालात मक्का के हैं। समर्थन मूल्य सरकार ने 1760 रुपया प्रति कुंतल घोषित किया, जबकि आढ़तों पर व्यापारी 19 सौ से लेकर दो हजार रुपए प्रति कुंतल तक खरीदारी कर रहे हैं। शासन के निर्देश पर केंद्रों पर खरीद होगी। किसानों के पंजीयन ऑनलाइन चल रहे। जब मक्का व धान की आवक बाजार में होगी तो दाम गिर जाएंगे। इसके बाद खरीद केंद्र पर ही किसान आएंगे।
दिनेश सिंह, खरीद केंद्र प्रभारी, मंडी समिति तिर्वा