बाजार में प्रिट रेट से अधिक में बिकने लगीं दवाएं
संवाद सहयोगी छिबरामऊ कोरोना संक्रमण के बीच दवाओं की मांग बढ़ी तो कालाबाजारी का खेल श्
संवाद सहयोगी, छिबरामऊ: कोरोना संक्रमण के बीच दवाओं की मांग बढ़ी तो कालाबाजारी का खेल शुरू हो गया। वर्तमान समय में कई दुकानों पर प्रिट रेट एवं इससे अधिक पर भी मरीजों के तीमारदारों को दवा बिक्री की जा रही है।अस्पताल में मरीज बढ़े तो दवा की मांग भी बढ़ गई। खांसी, जुकाम व बुखार सहित श्वास की समस्या से जूझते मरीज ही अस्पताल पहुंच रहे हैं। ऐसे में इन सभी को दवा की अधिक आवश्यकता पड़ रही है। नगर में कई मेडिकल स्टोर संचालकों ने भी मनमानी शुरू कर दी है। 50 से 100 रुपये की दवाई पर प्रिट रेट के आधार पर 200 से 250 रुपये तक वसूले जा रहे हैं। कुछ परिचित लोगों को 10 से 15 फीसद की छूट दी जा रही है। इसके अलावा सामान्य रूप से आने वाले लोगों से पूरी ही कीमत ही वसूल की जा रही है। कुछ दुकानों पर तो दवा का टोटा बताकर प्रिट रेट से अधिक रुपए भी लिए जा रहे हैं। इससे लोग बेहद परेशान हैं। उनकी जेब पर आर्थिक बोझ पड़ रहा है। वहीं अपने परिवार के व्यक्ति को बचाने के चक्कर में वह मनमानी कीमत देकर दवा खरीद रहे हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से मौन है। बुधवार को इंजेक्शन लेकर लौटे सुरेंद्र कुमार व प्रदीप सिंह ने बताया कि पहले यह दवा उन्हें 1500 के आसपास मिल जाती थी। वर्तमान समय में 2300 रुपये का भुगतान करना पड़ा है। इसके लिए भी घंटों इंतजार करना पड़ता है। भीड़ अधिक रहती है। हालांकि उन्होंने इसकी कोई शिकायत न करने की बात कही। बोले परिवार के सदस्य का जीवन बचाना बेहद जरूरी है। शिकायत करने के बाद मरीज को दवा मिलना भी मुश्किल हो जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। एसडीएम देवेश कुमार गुप्त ने बताया कि मामला बेहद गंभीर है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से वार्ता कर निरीक्षण कराया जाएगा। इसके अलावा लेखपालों के माध्यम से भी मामले की पड़ताल कराई जाएगी। जो भी दुकानदार अधिक दाम पर दवा बिक्री करते मिलेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।