25 हजार प्लेटलेट्स पर खतरनाक नहीं डेंगू
मुख्य अतिथि प्राचार्य शशिप्रभा अग्निहोत्रीमुख्य अतिथि
-परिवार नियोजन को लेकर आशाओं को दिया गया प्रशिक्षण
-अस्पताल, उप स्वास्थ्य केंद्र पर डेंगू टेस्ट किट, मेडिकल कॉलेज में एलाइजा संवाद सहयोगी, तिर्वा : डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा। कारण, घरों के आसपास गंदगी व मच्छर पनप रहे। बुखार आने पर झोलाछाप मरीज की हालत खराब कर देते। इसमें घबराने की नहीं बल्कि सावधानी की जरूरत है। इन बातों के साथ आशा कार्यकर्ताओं को परिवार नियोजन की जागरूकता का प्रशिक्षण दिया गया।
राजकीय मेडिकल कॉलेज के आडिटोरियम में शुक्रवार को जिला स्तरीय आशा सम्मेलन स्वास्थ्य विभाग ने किया। विधायक कैलाश राजपूत, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. नवनीत कुमार व सीएमओ डॉ. के स्वरुप ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। प्राचार्य ने डेंगू से बचाव, लक्षण व उपाय के बारे में जानकारियां दी। बताया कि 25 हजार प्लेटलेट्स होने पर घबराए नहीं। शरीर में रक्त रिसाव होने पर डेंगू खतरनाक होता है। प्लेटलेट्स वायरल व मलेरिया में कम होती है। डेंगू का खौफ दिखाकर झोलाछाप मौज काटते और जिदगी को खतरे में डाल देते। सरकारी अस्पताल व उप स्वास्थ्य केंद्रों पर डेंगू जांच की किट है। वहां पर टेस्ट कराएं। पुष्टि होने पर मेडिकल कॉलेज में एलाइजा से जांच कराई। इसके बाद ही डेंगू बुखार साबित होगा। ऐसे में लोगों को पेय पदार्थ अधिक, हाईप्रोटीन युक्त खानपान व विशेषज्ञ डॉक्टर से इलाज कराएं। सीएमओ ने आशाओं को परिवार नियोजन को लेकर जागरूकता का प्रशिक्षण दिया। कहा कि आशा गांव की प्रहरी है और लोगों को जागरूक करने में अहम भूमिका निभाएंगी। इस मौके पर मेडिकल कॉलेज सीएमएस डॉ. दिलीप सिंह, डॉ. वाईके मंजुल, डॉ. संजीव त्रिपाठी, डॉ. राममोहन तिवारी समेत कई डॉक्टर मौजूद रहे। बेहतर काम करने वाली आशा सम्मानित
क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं को बेहतर सुविधाएं, बच्चों का टीकाकरण व शासन की योजनाओं में प्रतिभाग कर उनका फायदा जनता तक पहुंचाने के लिए कारगर साबित होने वाली आशा कार्यकर्ताओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया है।