जिला अस्पताल में फिर चार मरीजों में डेंगू की पुष्टि
- बुखार की दवा लेने आए मरीजों की खून की जांच में मिला वायरस - जिला अस्पताल में इस बार एक मा
- बुखार की दवा लेने आए मरीजों की खून की जांच में मिला वायरस
- जिला अस्पताल में इस बार एक माह में निकले डेंगू के 42 मरीज जागरण संवाददाता, कन्नौज: जिले में डेंगू का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुखार की दवा लेने आए करीब 12 मरीजों की जब खून की जांच कराई गई तो चार लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई। इन मरीजों को कानपुर के लिए रेफर कर दिया गया है। जिला अस्पताल में एक माह के अंतराल में 42 लोगों में अब तक डेंगू की पुष्टि हुई है।
शनिवार को जिला अस्पताल में ग्राम मियांगंज निवासी अनुज कमल पुत्र योगेंद्र ¨सह, ग्राम जेवां निवासी अतुल दीक्षित पुत्र शिवशंकर, सरायमीरा निवासी शीलम पाल पुत्र रंजीत ¨सह, ग्राम दाईपुर निवासी अर¨वद पुत्र राममोहन की खून की जांच में डेंगू की पुष्टि हुई है। इन मरीजों के प्लेटलेट्स कम होने के कारण कानपुर के लिए रेफर कर दिया गया। मालूम हो कि जिला अस्पताल में प्राइवेट लैब में ही डेंगू की जांच होती है। पिछले एक माह में इस लैब में 42 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है।
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प्राइवेट लैब पर हो सकती है कार्रवाई
जिला अस्पताल में शासन की ओर से खोली गई आउटसोर्सिंग लैब पर कार्रवाई हो सकती है। एसीएमओ डॉ. केसी राय ने बताया कि इस लैब में डेंगू का रैपिड किट टेस्ट किया जाता है, जो मान्य नहीं है। केवल एलीजा टेस्ट से ही पुष्टि होती है। वहीं, जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. हरगो¨वद ने बताया कि जीएसवीएम कानपुर के माइक्रो बायोलॉजी विभाग की रिपोर्ट ही शासन को भेजी जाती है। प्राइवेट लैब की जांच कराई जाएगी।
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इतनी अधिक संख्या में डेंगू की पुष्टि होना हैरत की बात है। रैपिड टेस्ट की जांच रिपोर्ट गलत है। प्राइवेट लैब पर कार्रवाई के लिए निदेशालय को पत्र भेजा जाएगा।
- डॉ. कृष्ण स्वरूप, सीएमओ