कानपुर अस्पताल में कोरोना संक्रमित व्यापारी की मौत
-तीन हास्पिटल के लगाए चक्कर नहीं मिल सका बेड संवाद सहयोगी तिर्वा बुखार आने पर कोविड
-तीन हास्पिटल के लगाए चक्कर, नहीं मिल सका बेड
संवाद सहयोगी, तिर्वा : बुखार आने पर कोविड-19 की जांच कराई तो रिपोर्ट पॉजिटिव निकली। हालत गंभीर होने से कानपुर गए तो वहां अस्पताल में भर्ती नहीं हो सके। हैलट के बाहर दम तोड़ दिया। शव घर पर आते ही स्वजन में कोहराम मच गया।
कोतवाली क्षेत्र के गाजीपुर्वा गांव निवासी 70 वर्षीय रामशंकर कोल्ड स्टोर व पेट्रोल पंप व्यापारी थे। तीन दिन पूर्व बुखार आया और हालत बिगड़ गई। निजी अस्पताल में इलाज कराया तो वहां कोविड-19 की जांच हुई। इसमें रिपोर्ट पॉजिटिव निकली। स्वजन इनके बेहतर इलाज को कानपुर लेकर गए। वहां पर तीन बड़े हास्पिटल के चक्कर लगाए, लेकिन वहीं पर भर्ती नहीं हो सके। हैलट में उम्मीद लेकर गए तो वहां पर अंदर पहुंचते ही दम तोड़ दिया। डॉक्टर ने मौत की पुष्टि की। स्वजन शव लेकर घर पहुंचे। गांव में कोहराम मच गया और शाम को अंतिम संस्कार किया गया। रामशंकर ने बीते वर्ष कोविड-19 के लॉकडाउन में उन्होंने निजी संसाधन से कई लोगों की मदद की। किसी को राशन तो किसी को दवा पहुंचाई। यहां तक लोगों को आर्थिक मदद भी की थी।
विकास खंड के अधिकारी सहित 13 कोरोना पॉजिटिव
संवाद सहयोगी, छिबरामऊ: विकास खंड कार्यालय छिबरामऊ के प्रभारी बीडीओ ने कोरोना से संक्रमित होने की जानकारी अधीनस्थों को दी। उन्होंने पंचायत चुनाव प्रक्रिया के दौरान संपर्क में आए सभी साथियों से जांच कराने के लिए कहा। एडीओ समाज कल्याण सुनील कुमार मिश्रा ने बताया कि मंगलवार शाम को ही सभी आवास व कार्यालय को सैनिटाइज करवा दिया गया है। वहीं, मंगलवार को छिबरामऊ क्षेत्र में कुल 13 लोग कोरोना संक्रमित निकले। एक व्यक्ति का उपचार सैफई व गांव असेह निवासी एक महिला का उपचार मेडिकल कालेज तिर्वा में चल रहा है। वहीं 11 लोग होम आइसोलेटेड हैं। --- सौरिख के गांव में 14 संक्रमित मिले, मचा हड़कंप
संवाद सूत्र, सौरिख: थाना सौरिख के एक गांव की 80 वर्षीय महिला की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव पहुंचकर मंगलवार को स्वजन की जांच शुरू की। लोगों के संक्रमित निकलने पर जांच का दायरा बढ़ता गया। टीम ने इसकी जानकारी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. अजहर सिद्दीकी को दी। उन्होंने तत्काल उच्चाधिकारियों को अवगत कराया। इसके बाद संक्रमित होने वाले सभी लोगों की जांच कराई गई। जांच में 14 मरीज संक्रमित निकले। इससे हड़कंप मच गया। वही डॉ. पंकज वर्मा ने टीम की मदद से 250 लोगों को दवाइयां वितरित की।