बच्चे करते भोजन व शिक्षक कुत्तों को दौड़ाते
संवाद सहयोगी, छिबरामऊ : सरकार परिषदीय विद्यालयों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर हर स्तर पर ि
संवाद सहयोगी, छिबरामऊ : सरकार परिषदीय विद्यालयों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर हर स्तर पर विशेष इंतजाम करने में जुटी पर अधीनस्थों की लापरवाही बच्चों और शिक्षकों पर भारी है। विद्यालय में शिक्षकों ने अपने स्तर पर रंग रोगन करा कंटीले तार लगवा दिए लेकिन अधिकारियों ने बाउंड्रीवाल का निर्माण नहीं कराया। इससे बच्चे भोजन करते हैं जबकि शिक्षक कुत्तों व जानवरों को दौड़ाने में व्यस्त रहते हैं।
यह हाल है प्राथमिक विद्यालय कल्यानपुर का। यहां प्रधानाध्यापिका पूजा पांडेय व शिक्षक विद्यालय को बेहतर करने के लिए जोर लगाए हैं पर विकास विभाग के अधिकारियों का सहयोग नहीं मिलने से परेशानी है। अपने स्तर से प्रयास कर विद्यालय में रंग रोगन कराया गया। कई बार ग्राम प्रधान व विकास विभाग के अधिकारियों से बाउंड्रीवाल का निर्माण कराने को कहा लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अब मिड डे मील के समय परिसर में कुत्ते व आवारा जानवर घुस जाते हैं। इनसे बच्चों की सुरक्षा के लिए शिक्षक डंडे लेकर आसपास घूमते हैं। प्रतिदिन की यह समस्या होने के बाद भी कोई ध्यान नहीं दिया गया। अब तक इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। प्रधानाध्यापिका ने बताया कि अब तक वह दो दर्जन से अधिक बार शिकायत कर चुकी हैं पर सुनवाई नहीं हुई। बाउंड्रीवाल बनना जरूरी है। राज्यमंत्री का आदेश भी हवा में
एक फरवरी 2018 को राज्यमंत्री अर्चना पांडेय ने प्राथमिक विद्यालय में निरीक्षण के दौरान प्रधानाध्यापिका की सराहना की थी। उन्होंने बाउंड्रीवाल निर्माण के लिए ग्राम प्रधान को हिदायत दी थी। साथ में खंड शिक्षा अधिकारी को सीडीओ को पत्र लिखने का हवाला दिया था लेकिन तीन माह में कुछ हुआ नहीं। अफसर बोले
विद्यालय की बाउंड्रीवाल न होने से आवारा जानवरों के परिसर में पहुंचने की शिकायतें सामने आई हैं। विकास विभाग को पत्र भी लिखे गए हैं। राज्यमंत्री के निर्देश पर भी पत्र भेजा था। एक बार फिर जिला स्तरीय अधिकारियों से वार्ता की जाएगी। बच्चों की सुरक्षा अहम मुद्दा है।
-सुनील दुबे, खंड शिक्षा अधिकारी छिबरामऊ।