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सीडीओ को नदारद मिले शिक्षक, बीएसए ने रोका वेतन

जयपुर से आए प्रवासी कामगार की पत्नी की खून की कमी (एनीमिया) से हालत बिगड़ गई तो वह जिला अस्पताल लाया। यहां उससे एक यूनिट खून के लिए दो हजार रुपये की मांग की गई। इसके बादद उसने दो यूनिट रक्तदान किया तो

By JagranEdited By: Published: Fri, 29 May 2020 04:38 PM (IST)Updated: Fri, 29 May 2020 04:38 PM (IST)
सीडीओ को नदारद मिले शिक्षक, बीएसए ने रोका वेतन
सीडीओ को नदारद मिले शिक्षक, बीएसए ने रोका वेतन

जागरण संवाददाता, कन्नौज: कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रत्येक गांव में निगरानी समितियों का गठन किया गया है, जिसमें प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों व शिक्षामित्रों को लगाया गया है। निगरानी समितियों की हकीकत जानने के लिए जब सीडीओ निकले तो शिक्षक अनुपस्थित मिले। बीएसए ने शिक्षक का वेतन रोक कर कारण बताओ नोटिस दिया है।

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कोरोना संक्रमण निगरानी समिति का मुख्य कार्य प्रवासी कामगारों का विवरण भरकर जिला प्रशासन को देना है। मुख्य विकास अधिकारी प्रेमप्रकाश त्रिपाठी ने ठठिया क्षेत्र का दौरा किया। प्राथमिक विद्यालय ठठिया गंज के सहायक अध्यापक विश्राम सिंह की ड्यूटी भी निगरानी समिति में लगी है। सीडीओ को वह ड्यूटी पर नहीं मिले तथा बुलाने पर भी नहीं आए। अभी तक उन्होंने प्रवासी लोगों की जानकारी भी अधिकारियों को नहीं दी है। सीडीओ ने तत्काल बीएसए को फोन कर लापरवाह शिक्षक पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इस पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी केके ओझा ने शिक्षक का तत्काल प्रभाव से वेतन रोक दिया तथा कारण बताओ नोटिस देते हुए तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है। बीएसए ने बताया कि कोरोना ड्यूटी में जो भी शिक्षक लापरवाही करेगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।


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