जिला अस्पताल में दो हजार रुपये प्रति यूनिट बिक रहा खून
जयपुर से आए प्रवासी कामगार की पत्नी की खून की कमी (एनीमिया) से हालत बिगड़ गई तो वह जिला अस्पताल लाया। यहां उससे एक यूनिट खून के लिए दो हजार रुपये की मांग की गई। इसके बादद उसने दो यूनिट रक्तदान किया तो
जागरण संवाददाता, कन्नौज : जयपुर से आए प्रवासी कामगार की पत्नी की खून की कमी (एनीमिया) से हालत बिगड़ गई तो वह जिला अस्पताल लाया। यहां उससे एक यूनिट खून के लिए दो हजार रुपये की मांग की गई। इसके बाद उसने दो यूनिट रक्तदान किया तो बमुश्किल एक यूनिट खून ही चढ़ाया गया। पीड़ित ने उच्चाधिकारियों से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।
हसेरन ब्लॉक के गांव आदमपुर माखन निवासी सुनील कुमार जयपुर से पत्नी सपना को लेकर घर आया था। घर पर पत्नी की हालत बिगड़ गई तो उसे लेकर सीएचसी ले गया, जहां एनीमिया के बारे में बता कर जिला अस्पताल भेज दिया गया। यहां जब वह इमरजेंसी में लाया तो पहले भर्ती करने से इन्कार कर दिया गया। जब उसने अस्पताल के एक परिचित कर्मचारी को बुलाया तो भर्ती किया गया। उसने आरोप लगाया कि ड्यूटी पर मौजूद फार्मासिस्ट व डॉक्टर ने उससे एक यूनिट खून के बदले दो हजार रुपये मांगे। इसके बाद उसने एक रिश्तेदार की मदद से दो यूनिट रक्तदान किया तब एक यूनिट खून चढ़ाया गया। इसके बाद भी एक हजार रुपये की मांग की गई। उसने बताया कि सपना का हीमोग्लोबिन 4.4 मिलीग्राम था, जिसकी वजह से उसकी हालत बिगड़ गई थी। इससे पहले छिबरामऊ की प्रसूता के स्वजनों से भी एक यूनिट खून के दो हजार रुपये मांगे गए थे। सरकार ने प्रोसेसिग शुल्क पूरी तरह माफ कर दिया है। इसके बाद भी जिला अस्पताल में धनउगाही थम नहीं रही है। कर्मचारियों की संवेदनहीनता से निरीह मरीजों की जानें जा रहीं हैं। सीएमएस डॉ. उमेशचंद्र चतुर्वेदी ने बताया कि इस प्रकरण की उन्हें जानकारी नहीं है। मामले की जांच कराएंगे और जो भी दोषी होगा, उस पर कार्रवाई होगी।