BJP MP सुब्रत पाठक की ट्वीट कर अमित शाह व CM योगी से गुहार, कहा- अखिलेश के करीबी IG और SP कर रहे षड़यंत्र
भाजपा सांसद सुब्रत पाठक ने पुलिस पर हमला करने और आग से जलाकर मारने की धमकी के मामले में दर्ज एफआईआर के लिए कानपुर के वर्तमान आईजी और एसपी कन्नौज पर षड़यंत्र रचने का आरोप लगाया है। साथ ही उन्होंने इस मामले की निष्पक्ष जांच की भी मांग की है।
कन्नौज, जेएनएन। भाजपा सांसाद सुब्रत पाठक पर चौकी पर हमला करने, आग से जलाने की धमकी देने और सात पुलिस कर्मियों को घायल करने के मामले में गंभीर धाराओं में दर्ज एफआईआर की जांच कानपुर एडीजी जोन आलोक सिंह ने एसआईटी को सौंपी है। सांसद सुब्रत पाठक ने ट्वीट कर अखिलेश यादव के साथ उनके करीबी कानपुर के वर्तमान आईजी प्रशांत कुमार और एसपी कन्नौज कुंवर अनुपम सिंह पर षड़यंत्र करा कर फर्जी रिपोर्ट लिखाने का आरोप लगाया है। भाजपा सांसद सुब्रत पाठक ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, सीएम योगी आदित्यनाथ, यूपी डीजीपी और यूपी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी से ट्वीट कर गुहार लगाई है।
BJP MP सुब्रत पाठक ने किया ट्वीट
सुब्रत पाठक ने ट्वीट कर कहा कि 'जिनके राज्य में सड़क पर धर्म ग्रन्थ के पन्ने फटे मिलने पर गाजियाबाद में थाना फूंक दिया गया था, इनकी पार्टी के नेता के द्वारा थाने में घुसकर इंस्पेक्टर का हाथ काट लिया गया था, कन्नौज में पुलिस के संरक्षण में इनका प्रिय नेता प्रतिष्ठित व्यापारी के घर दिनदहाड़े लूट कर लेता था इनके चाचा के साथ इनकी पार्टी का पूर्व सांसद और वर्तमान में विधायक तहसील में दरोगा की गोली मार कर दिन दहाड़े हत्या कर देता था और खुद सांसद रहते 2004 के लोक सभा चुनाव में बूथ लूटने पर भाजपा कार्यकर्ता के रोकने पर उसका सर कटवा कर लखनऊ मंगवाने वाले अपने समय कन्नौज में SP रहे वर्तमान IG कानपुर और SP कन्नौज के साथ मेरे खिलाफ षड़यंत्र करा कर फर्जी रिपोर्ट लिखा कर चिल्ला रहे हैं। जबकि मैं बार बार कह रहा हूं कि घटना की CCTV फुटेज है देखी जाय मैं दोषी हूं तो जेल भेजा जाय अन्यथा मेरी छवि खराब कराने बालों को बर्खास्त किया जाय।
सुब्रत पाठक ने कहा- CCTV सहित हर मुद्दे की सघनता से और निष्पक्ष जांच हो
एडीजी कानपुर @adgzonekanpur द्वारा मंडी समिति विवाद मामले की जांच SIT को सौंपे जाने का स्वागत करता हूं। CCTV सहित हर मुद्दे की सघनता से और निष्पक्ष जांच हो, ये मेरी शुरू से ही मांग रही है। साथ ही, जो लोग मेरे ऊपर रात 11 बजे चौकी जाने पर सवाल उठा रहे हैं वो इतना समझ लें मैं आज जो हूं अपने कन्नौज की महान जनता और भाजपा के हजारों समर्पित कार्यकर्ताओं के कारण से हूं, कन्नौज की जनता का प्रतिनिधि होने के कारण से यदि किसी कार्यकर्ता अथवा आम जन के साथ अन्याय होगा मैं आधी रात भी अपने कार्यकर्ता और जनता के साथ १ बार नहीं बार बार खड़ा रहूँगा ।
सुब्रत पाठक पर एफआईआर दर्ज होने के बाद अखिलेश यादव ने किया था ट्वीट
सांसद सुब्रत पाठक पर मुकदमा दर्ज होने के बाद सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है। उन्होंने ट्वीट किया, आज की ताजा खबर: पुलिसवालों ने की कन्नौज के भाजपा सांसद सुब्रत पाठक के ऊपर एफआईआर...जनता पूछ रही कब होंगे गिरफ्तार? इन भाजपाइयों से बचने के लिए पुलिस क्या बुलडोजर के पीछे छुपकर अपनी जान बचाए।
घायल चौकी प्रभारी की तहरीर पर सांसद समेत 52 लोगों पर हुई थी FIR
उन्नाव से अपहृत युवक को बरामद कर पुलिस ने चार अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया था। आरोप है कि अपहरणकर्ताओं को छुड़ाने के प्रयास में समर्थकों के साथ सांसद सुब्रत पाठक ने मंडी समिति चौकी परिसर में पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया था। उनके साथ मारपीट की। इसमें तीन दारोगा समेत सात पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। बवाल की सूचना मिलते ही पीएसी के साथ नौ थानों का फोर्स पहुंचा था। इसके बाद उप्रदवी वहां से फरार हो गए थे। मंडी पुलिस चौकी प्रभारी की तहरीर पर पुलिस ने सांसद समेत 10 को नामजद करते हुए 42 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया है।
मंडी चौकी प्रभारी हाकिम सिंह ने सांसद सुब्रत पाठक, सचेत पांडेय, पुष्पेंद्र प्रजापति, विजय पांडे, वासु मिश्रा, नयन मिश्रा, अवनीश, मोहित कठेरिया, जितेंद्र शुक्ला, सूरज राजपूत और 42 अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। एसपी कुंवर अनुपम सिंह ने बताया कि मामले की जांच शुरू की गई है। जांच कर आला अधिकारियों के निर्देश पर कार्रवाई की जाएगी।
चौकी प्रभारी ने कहा था रिपार्ट दर्ज न हुई, तो नहीं देखेंगे सुबह का सूरज
सांसद और समर्थकों की पिटाई से घायल पुलिसकर्मियों में आक्रोश दिखा। घटनास्थल पर एक दो पुलिस अधिकारी घायलों पर दबाव बनाकर मामला शांत कराने का प्रयास करने लगे। इस पर घायल पुलिसकर्मी भड़क गए। घायल मंडी चौकी प्रभारी हाकिम सिंह ने कहा कि अगर रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई, तो वह सुबह का सूरज कन्नौज में नहीं देखेंगे। तत्काल नौकरी से त्याग पत्र दे देंगे।
इन धाराओं में दर्ज हुआ मुकदमा
- धारा 147: उपद्रव (अशांति) करने की कोशिश करता है तो उस व्यक्ति को एक अवधी की कारावास या जुर्माना लगा कर या फिर दोनों से दंडित किया जाता है।
- धारा 148: घातक हथियार लेकर बलवा करने के बारे में प्रावधान किया गया है।
- धारा 332: यदि कोई किसी लोक सेवक को, जब वह अपना काम कर रहा हो, उसे डराकर उसे चोट पहुंचाता है तो ऐसे व्यक्ति पर धारा 332 लागू होती है।
- धारा 353: एक लोक सेवक / सरकारी कर्मचारी को अपने कर्तव्य के निर्वहन से रोकने/भयोपरत के लिए हमला या आपराधिक बल का प्रयोग करना।
- धारा 504: व्यक्ति का अपमान करने के लिए जानबूझकर ऐसे गंदे शब्द बोल देते है। जिससे सामने वाले व्यक्ति के सम्मान को ठेस पहुंचती है।
- धारा 506 : धमकी देना धारा 427: 50 रुपये या उससे अधिक हानि या नुकसान करना।
- धारा 225: अगर कोई व्यक्ति किसी अन्य दोषसिद्ध अपराधी या आरोपी को पुलिस हिरासत या कानूनी अभिरक्षा से छुड़ाने का प्रयास या बलपुर्व छुड़वाता है।
- धारा 7: अपराध के लिए उकसाना।