आज आ सकती बर्ड फ्लू की जांच रिपोर्ट
जागरण संवाददाता कन्नौज बर्ड फ्लू की जांच के लिए भेजे गए सैंपल की रिपोर्ट रविवार को आ सकती है।
जागरण संवाददाता, कन्नौज : बर्ड फ्लू की जांच के लिए भेजे गए सैंपल की रिपोर्ट रविवार को आ सकती है। 13 जनवरी को लाख बहोसी व पोल्ट्री फार्म से 124 सैंपल लेकर बरेली के इज्जतनगर स्थित भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान भेजे गए थे। रिपोर्ट के आधार पर और आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बर्ड फ्लू को लेकर जिले में पशुपालन विभाग अलर्ट है। सबसे ज्यादा खतरा विदेशी पक्षियों से है, जो इंदरगढ़ थाना क्षेत्र के लाख बहोसी में आते हैं। हालांकि इस झील में पानी न होने के कारण पक्षियों की संख्या कम है। एक सप्ताह पहले लाख बहोसी से 20 विदेशी पक्षियों के बीट के सैंपल लिए गए थे। जिलेभर के 40 पोल्ट्री फार्म से 90 मुर्गों के सीरम व 14 अन्य पक्षियों के सैंपल लिए गए थे। सैंपल लेने व सतर्कता बरतने के लिए आठ विकास खंड पर टास्क फोर्स बनाकर लगाई गई है। सभी सैंपल एकत्र कर 13 जनवरी को कानपुर मंडलीय लैब भेजे गए थे। जहां से दूसरे दिन सैंपल जांच के लिए बरेली के इज्जतनगर स्थित भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान भेजे गए थे। अब पशुपालन विभाग रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनिल कुमार सिंह ने बताया कि रविवार को रिपोर्ट आ सकती है। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई करेंगे। सतर्कता बरती जा रही है। शनिवार को छिबरामऊ व सौरिख के चार पोल्ट्री फार्म का टीम के साथ निरीक्षण किया था। किसी तरह संदिग्ध या बीमार मुर्गा व पक्षी कहीं नहीं मिला न जानकारी इस तरह की मिली है। बर्ड फ्लू से सावधानी ही बचाव : डीएम
जागरण संवाददाता, कन्नौज : पक्षियों में बर्ड फ्लू की बीमारी से बचने के लिए सावधानी ही बचाव है। साफ-सफाई रखें और अफवाहों पर ध्यान न दें। यह बातें डीएम राकेश कुमार मिश्रा ने कही। शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में बर्ड फ्लू के संबंध में बैठक हुई। डीएम ने कहा कि मृत पक्षी की सूचना तत्काल जिला स्तरीय कोविड कंट्रोल रूम या पशुपालन निदेशालय कंट्रोल रूम 0522-2741991,92 व टोल फ्री नम्बर 18001804151 पर दें। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनिल कुमार सिंह ने बताया कि बचाव बताए। कहा अच्छी तरह पकाए गए कुक्कुट या अंडे से बर्ड फ्लू नहीं फैलता है। इसलिए कुक्कुट या कुक्कुट उत्पाद को अच्छी तरह पका कर ही खाएं। कुक्कुट पक्षियों के पालने के स्थान फार्म के आसपास जैव सुरक्षा, साफ-सफाई रखें। लोशन से हाथ अच्छी तरह से धोएं। मृत पक्षी को छुए नहीं, जिन क्षेत्रों मे बर्ड फ्लू की मिलने पर सूचना मिले वहां भ्रमण न करें। संक्रमित पक्षियों के सम्पर्क में आने से बचे।