लाभार्थी हजार, आए 1,040 आवास
जागरण संवाददाता, कन्नौज: पक्की छत की राह में कच्चे मकान गिर गए। बारिश में सैकड़ों परिवा
जागरण संवाददाता, कन्नौज: पक्की छत की राह में कच्चे मकान गिर गए। बारिश में सैकड़ों परिवार बेघर हो गए। फिर भी सामान्य वर्ग को प्रधानमंत्री आवास ग्रामीण योजना की पक्की छत नसीब नहीं हुई। लाभार्थियों को लुभाने के लिए सूची में हजारों नाम तो हैं लेकिन उनके लिए आवास हैं। लक्ष्य आते ही अन्य वर्ग के बंट जाता है। सामान्य का लक्ष्य भी ऊंट के मुंह में जीरा जैसा आता है। ऐसे में दो-चार साल में आवास मिलने की उम्मीद नहीं है। यही हाल रहा तो बरसात तो कट गई लेकिन सर्द रातें काटना मुश्किल होगा। तमाम गरीब परिवार गांव छोड़ गए। तो कुछ घास-फूस के बंगले बनाकर गुजरा कर रहे हैं। फार्मूला भी नहीं आता काम
सामान्य वर्ग का लक्ष्य मिलने पर एक या दो आवास ही पूरी ग्राम पंचायत के हिस्से में अब तक आएं हैं। इससे सामान्य की सूची में शामिल नाम आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं। निचले स्तर पर दर्ज नाम वालों का हाल बुरा है। फिर ज्यादा जरूरतमंदों को लाभ देने के लिए अफसर फार्मूला लगाते हैं। जो काम नहीं आता है। 2016-18 में 8,395 में 3,087 सामान्य का लक्ष्य मिला था। इसमें 1,009 पात्र मौके पर नहीं मिले तो शासन को लक्ष्य लौटा दिया गया था। जो अब 31 आवास बढ़ाकर वापस मिला है। इन 1,040 आवास में अल्पसंख्यक, पिछड़ा, अनुसूचित व अन्य वर्ग भी शामिल होगा।
2018-19 का लक्ष्य भी पड़ा कम
आवास का सपना इस साल भी अधूरा रह गया। वर्ष 2018-19 के 1,993 आवास मिले थे। इसमें 547 अनुसूचित जाति, 151 अल्पसंख्यक जाति व अन्य वर्ग में 1,295 आवास बांटे गए। इसके बाद भी सूची में नाम होते हुए भी हजारों लाभार्थी रह गए। यही हाल इससे पहले के 2017-18 के आए 1,040 आवासों का होगा। सामान्य की ब्लॉक वार आवंटन स्थिति
ब्लॉक 2017-18 2018-19
छिबरामऊ 451 330
गुरसहायगंज 125 179
जलालाबाद 285 171
कन्नौज 468 283
तालग्राम 355 280
सौरिख 342 251
उमर्दा 735 368
हसेरन 323 212
कुल 3,087 1,993 सामान्य वर्ग का 40 फीसद कोटा है। इस कारण दिक्कत होती है। अभी और लक्ष्य मिलेगा। इससे सभी को आवास मिलेंगे।
-एसके ¨सह, मुख्य विकास अधिकारी।