डीएसओ समेत आठ अफसरों को प्रतिकूल प्रविष्टि
जागरण संवाददाता, कन्नौज: डिफाल्टर की श्रेणी में आने वाली शिकायतों का निस्तारण तीन दिन के
जागरण संवाददाता, कन्नौज: डिफाल्टर की श्रेणी में आने वाली शिकायतों का निस्तारण तीन दिन के अंदर होना चाहिए। फर्जी निस्तारण पर संबंधित विभाग के अधिकारी को जिम्मेदार मानते हुए उनके खिलाफ शासन को पत्र भेजा जाएगा। यह निर्देश देते हुए जिलाधिकारी रवींद्र कुमार ने जिला पूर्ति अधिकारी समेत आठ अफसरों को प्रतिकूल प्रविष्टि दी है। साथ ही फर्जी निस्तारण मिलने पर विद्युत विभाग के छिबरामऊ डिवीजन के अधिशासी अभियंता को फटकार लगाई।
शनिवार को समीक्षा के दौरान कलेक्ट्रेट सभागार में डीएम ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन संदर्भ में कुल 1436 लंबित तथा 718 शिकायतें डिफाल्टर श्रेणी में आने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि 31 दिसंबर तक लंबित एवं डिफाल्टर शिकायतों का निस्तारण कराएं। डिफाल्टर श्रेणी में आने वाले विभाग के अधिकारियों को पूर्व में लिखित एंव मौखिक निर्देश दिये जाने के अतिरिक्त स्पष्टीकरण भी मांगा गया था, इसके बावजूद भी अधिकारियों द्वारा लापरवाही बरती जा रही है। जिलाधिकारी ने परियोजना निदेशक, डीआरडीए की कुल 144, सहायक विकास अधिकारी छिबरामऊ 94, जलालाबाद 48, जिला पूर्ति अधिकारी की 76 व तहसीलदार छिबरामऊ की 16 शिकायतें डिफाल्टर श्रेणी में होने की दशा में स्पष्टीकरण एवं प्रतिकूल प्रविष्टि दी है। जिलाधिकारी ने बताया कि डिफाल्टर में आने वाली शिकायतों के निस्तारण के बाद उसकी क्रास चे¨कग भी कराई जाएगी। यदि उसमें भी फर्जी निस्तारण मिला तो कार्रवाई के लिए संबंधित विभाग के प्रमुख सचिव को पत्र लिखा जाएगा। बैठक में अपर जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, अतिरिक्त मजिस्ट्रेट, उपजिलाधिकारी, जिला विकास अधिकारी, लीड बैंक अधिकारी, वरिष्ठ कोषाधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी, अधिशासी अभियंता विद्युत समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।