संविदा नवीनीकरण में धन उगाही की उठने लगी आवाज
संवाद सहयोगी, तिर्वा : राजकीय मेडिकल कालेज के जूनियर डॉक्टरों में संविदा नवीनीकरण की अ
संवाद सहयोगी, तिर्वा : राजकीय मेडिकल कालेज के जूनियर डॉक्टरों में संविदा नवीनीकरण की आड़ में हुई धन उगाही की ¨चगारी सुलगने लगी। इसका कारण, डॉक्टरों को चार माह से वेतन न मिलना है। कई डॉक्टरों में आवाज उठाने पर नौकरी से बर्खास्त होने का खौफ भी साफ झलक रहा है।
राजकीय मेडिकल कालेज में एक माह पूर्व 90 जूनियर डॉक्टरों की संविदा नवीनीकरण व अप्रैल में एमबीबीएस छात्रों की इंटर्नशिप पूरी होने पर कई डॉक्टरों की नियुक्तियां की गई थीं। जूनियर डॉक्टरों का आरोप है कि संविदा नवीनीकरण में जमकर धन उगाही की गई। इसमें किसी से एसी लगवाए गए तो किसी से आरओ सिस्टम लगावाएं गए। मेडिकल कालेज में दान करने के नाम पर जूनियर डॉक्टरों से काम कराया गया। अधिकांश लोगों ने पीने के पानी का आरओ सिस्टम, वाटर कूलर व कुछ लोगों ने कैंपस में एसी भी लगवा दिए। जैसे-तैसे डॉक्टरों ने काम पूरा कर दिया और उनकी संविदा भी नवीनीकरण कर दी गई। अब चार माह बीत गए लेकिन वेतन नहीं मिल सका। परिवार चलाने में काफी दिक्कतें हो रही। डॉक्टरों ने बताया कि सभी लोग जल्द ही एकजुट होंगे और नौकरी से इस्तीफा देंगे। रुपया भी वापस लेंगे। इसके साथ ही डॉक्टरों ने यह भी कहा कि जितने भी विरोध प्रदर्शन करेंगे, उनको बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा।
क्या कहते हैं अफसर
व्यक्तिगत काम नहीं हुआ। इच्छानुसार मरीजों व कर्मचारियों की हित में दान कराया गया। इसमें कोई जबरदस्ती नहीं की गई। आरओ सिस्टम व एसी आवासों में नहीं, बल्कि जरूरतमंद विभागों में लगवाई गई। आरोप निराधार है और किसी को दिक्कत है तो दान वापस भी कर दिया जाएगा। बजट न होने से वेतन नहीं मिल पा रहा। इसके लिए कई वार शासन स्तर पर वार्ता की जा चुकी। जल्द ही समस्या का समाधान किया जाएगा।
-डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार, प्राचार्य राजकीय मेडिकल कालेज।