100 शैय्या अस्पताल में टॉर्च की रोशनी में हुआ इलाज
नगर से करीब तीन किलोमीटर दूर ग्राम नगला दिलू में 100 शैय्या अस्पताल स्थित है। इस अस्पताल पर बेहतर आपूर्ति के लिए विद्युत उपकेंद्र पर अलग से एक फीडर स्थापित किया गया। इस पर लाखों रुपये खर्च किए गए। इसके बाद 24 घंटे विद्युत सप्लाई शुरू हो सकी। गुरुवार रात को नौ बजे के करीब लाइन में फाल्ट होने पर बिजली चली गई। इस बीच इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मरीजों के
संवाद सहयोगी, छिबरामऊ : नगला दिलू स्थित 100 शैय्या अस्पताल में तकनीकी फाल्ट के कारण बिजली आपूर्ति ठप हो गई। ऐसे में यहां टॉर्च की रोशनी में उपचार किया गया। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने से मामला चर्चा में है। हालांकि अस्पताल प्रशासन ऐसी घटना से इन्कार कर रहा है।
नगर से करीब तीन किलोमीटर दूर ग्राम नगला दिलू में 100 शैय्या अस्पताल स्थित है। इस अस्पताल पर बेहतर आपूर्ति के लिए विद्युत उपकेंद्र पर अलग से एक फीडर स्थापित किया गया। इस पर लाखों रुपये खर्च किए गए। इसके बाद 24 घंटे विद्युत सप्लाई शुरू हो सकी। गुरुवार रात को नौ बजे के करीब लाइन में फाल्ट होने पर बिजली चली गई। इस बीच इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मरीजों के उपचार के लिए टार्च की रोशनी की गई। इसका किसी युवक ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया। अस्पताल में दो किलोवाट का इंवर्टर इमरजेंसी व्यवस्था के लिए लगा है। इसके अलावा जनरेटर भी है। बिजली जाने पर आपूर्ति शुरू हो जाती है। किसी ने गुमराह करने के लिए षडयंत्र के तहत वीडियो वायरल किया है। गुरुवार रात को बताई जा रही घटना के बारे में ड्यूटी पर मौजूद डाक्टर व स्टाफ नर्स से भी पूछा गया लेकिन वह सभी ऐसी घटना से इनकार कर रहे हैं। इमरजेंसी वार्ड में 24 घंटे बिजली आपूर्ति के संसाधन हैं।
- डॉ. कुलदीप यादव, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, 100 शैय्या अस्पताल छिबरामऊ
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