अहरौला माफी में इंदिरा आवासों में खूब हुआ फर्जीवाड़ा
अमरोहा। अहरौला माफी गांव में नियमों को ताक पर रखकर इंदिरा आवासों में खूब फर्जीवाड़ा हुआ है। जांच में अपात्र मिले लाभार्थियों ने ही इसकी पोल खोली है। लिहाजा मुख्य विकास अधिकारी ने पीडी डीआरडीए को सभी इंदिरा आवास लाभार्थियों की पात्रता की दोबारा जांच करने के आदेश जारी किए हैं।
धनौरा विकास खंड की ग्राम पंचायत अहरौला माफी इंदिरा आवास घोटाला मानवाधिकार आयोग तक पहुंच चुका है। आयोग के निर्देश पर विकास विभाग ने करीब एक दर्जन इंदिरा आवास लाभार्थियों की जांच की थी। इसमें सात लाभार्थी अपात्र मिले थे। इस पर मुख्य विकास अधिकारी शिव कुमार मिश्र ने अपात्र मिले लाभार्थियों से रिकवरी के आदेश जारी किए थे। इसके बाद ग्रामीणों में हड़कंप मच गया था। जो लाभार्थी अपात्र मिले थे उन्होंने ही इस फर्जीवाड़े की पोल खोल कर रख दी। उन्होंने क्षेत्र के सियासी नेताओं के सहारे मोर्चा खोल दिया कि जब उनसे मालदार लोगों को योजना का लाभ दिया गया है तो वह अपात्र कैसे? जब हम से रिकवरी हो रही है हमसे मालदार व साधन संपन्न लोगों से भी रिकवरी की जाए। अब मुख्य विकास अधिकारी शिव कुमार मिश्र ने पीडी डीआरडीए पदम कांत शुक्ल को गांव के सभी इंदिरा आवास लाभार्थियों की जांच के आदेश जारी किए हैं।
-------------
जिन अपात्र लाभार्थियों से रिकवरी के आदेश जारी किए हैं, उन्होंने ही अन्य लाभार्थियों के अपात्र होने की पोल खोली है। लिहाजा अहरौला माफी के सभी लाभार्थियों की पात्रता की जांच के आदेश परियोजना निदेशक डीआरडीए को दिए गए हैं।
-एसके मिश्र, मुख्य विकास अधिकारी।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर