हेड कौंस्टबल रोहित यादव होंगे डीजीपी सिल्वर कमेण्डेशन डिस्क से सम्मानित
फोटो : 25 बीकेएस 109 बच्चों को पढ़ाते हेड कौंस्टबल रोहित यादव (फाइल फोटो)। ::: 0 गरीब बच्चों
फोटो : 25 बीकेएस 109
बच्चों को पढ़ाते हेड कौंस्टबल रोहित यादव (फाइल फोटो)।
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0 गरीब बच्चों में शिक्षा की अलख जगाने पर मिला सम्मान
0 पेड़ के नीचे शुरू हुई पाठशाला पहुँची पंचायत भवन में
0 शुरूआत में थे 5 बच्चे, अब हैं 125 विद्यार्थी
झाँसी : शिक्षा एक ऐसा वरदान है, जिसे हर किसी को मिलना बेहद जरूरी है। कुछ बच्चे परिस्थितियों के चलते नहीं पढ़ पाते। माना जाता है कि पढ़ाई के लिए कोई उम्र नहीं होती। इसी प्रकार शिक्षा देने के लिए भी कोई बन्दिश नहीं होती। पुलिस विभाग में कौंस्टबल की व्यस्त सरकारी नौकरी करते हुए भी रोहित यादव ने गरीब और ़जरूरतमन्द बच्चों को शिक्षित करने का जो बीड़ा उठाया, वह आज उन्हें गौरवान्वित करने का विषय बन गया। प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ने उन्हें सिल्वर कमेण्डेशन डिस्क से सम्मानित करने का निर्णय लिया है।
मूलत: इटावा के भरथना अन्तर्गत ग्राम मुढ़ैना निवासी मुख्य आरक्षी रोहित यादव को पुलिस विभाग में सिपाही पद पर पहली तैनाती झाँसी में मिली थी। जून 2018 में उनका तबादला उन्नाव जीआरपी में कर दिया गया। ड्यूटि के दौरान ट्रेन में बच्चों को भीख माँगते देख उन्हें दया आई और सितम्बर 2018 में उन्होंने उन्नाव ़िजले के कोरारी कला गाँव के बाहर पेड़ के नीचे एक पाठशाला शुरू की। उन्होंने बताया कि शुरूआत में महज 5 बच्चे पढ़ने आए। धीरे-धीरे बच्चों की संख्या बढ़ती चली गई। अब यह संख्या 125 तक पहुँच गई।
2 शिक्षकों को रखा, अपने वेतन से दिए पैसे
रोहित ने बताया कि शुरूआत में उन्होंने खुद ही पढ़ाना शुरू किया था। इसके बाद बच्चों की संख्या बढ़ने पर एक महिला व एक पुरुष शिक्षक को बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी दी। इसके लिए वे दोनों को अपने वेतन से 2-2 ह़जार रुपए भी देते थे।
अब पंचायत भवन में लगती हैं क्लास
पेड़ के नीचे शुरू हुई पाठशाला में शुरूआत में बच्चे कम थे। संख्या बढ़ने पर उसे ग्राम प्रधान से बात करके पंचायत भवन में शिफ्ट कर दिया गया। फिर किराए का कमरा लिया और अब सरकारी अधिकारियों के सहयोग से पंचायत भवन के पास ही एक कमरा मिल गया है। जहाँ बच्चों की क्लास चल रही है।
तबादले की जानकारी लगते ही लिपट कर रो दिए बच्चे
जीआरपी उन्नाव में ड्यूटि की अवधि पूरी करने के बाद 16 अगस्त 2022 को रोहित का तबादला झाँसी सिविल पुलिस में हो गया। इसके बाद वह स्कूल पहुँचे तो बच्चे उनके जाने की खबर सुनकर बेहाल हो गए। सभी ने रो-रो कर उनसे उन्नाव से न जाने की माँग की। रोहित ने बच्चों को मन लगाकर पढ़ाई करने को कहा।
वायरल वीडियो ने दिलाया सम्मान
बच्चों के रोहित से लिपट कर रोने का किसी ने वीडियो बना लिया और इस वीडियो को सोशल मीडिया के विभिन्न प्लैटफॉर्म पर वायरल कर दिया। यह वायरल वीडियो को प्रदेश के डीजीपी डीएस चौहान ने संज्ञान में लिया और रोहित की पृष्ठभूमि व उनके द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे सराहनीय कार्य की प्रशंसा की। डीजीपी ने रोहित को 'सिल्वर कमेण्डेशन डिस्क' से सम्मानित करने की घोषणा की है। यह सम्मान उन्हें आगामी गणतन्त्र दिवस पर दिया जा सकता है।
फोटो हाफ कॉलम 25 बीकेएस- 108
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भर आया रोहित का गला
दैनिक जागरण से बातचीत करते हुए रोहित का गला भर आया। रुँधे स्वर में उन्होंने बताया कि प्रदेश पुलिस के मुखिया डीजीपी ने उन्हें इतने बड़े सम्मान के लायक समझा, यह उनके जीवन का बहुत महत्वपूर्ण दिन है। हालाँकि बच्चों को शिक्षित करने का निर्णय उन्होंने बस उनके दिशाहीन भविष्य को दिशा देने के उद्देश्य से किया था। उन्होंने सभी से बच्चों को शिक्षित करने का आह्वान किया, ताकि देश का भविष्य शिक्षित और स्वावलम्बी बन सके।
मदन यादव
समय- 8.00
25 अगस्त