बेघर लोगों को मिलेगा पका भोजन
- कोरोना वायरस से प्रभावित लोगों को भी मिलेगा लाभ - अस्थायी आश्रय स्थलों, कम्युनिटि किचन फिर शुरू
- कोरोना वायरस से प्रभावित लोगों को भी मिलेगा लाभ
- अस्थायी आश्रय स्थलों, कम्युनिटि किचन फिर शुरू होंगे
झाँसी : ते़जी से फैल रही कोरोना की तीसरी लहर से निबटने के लिये स्वास्थ्य विभाग तमाम ऐहतियाती ़कदम उठा रहा है। इधर, आशंकाएं भाँपते हुये शासन ने भी पहले से तैयारियाँ रखने के निर्देश दिये हैं। अस्थायी आश्रय स्थलों और कम्युनिटि किचन फिर से शुरू करने के साथ वहाँ शरण लेने वाले बेघर व्यक्तियों, प्रवासी श्रमिकों, राहत कैम्प में शरण लिये लोगों को पका भोजन उपलब्ध कराने की योजना बनाई जा रही है।
दूसरी लहर में कोरोना ने जमकर तबाही मचायी थी। झाँसी ़िजले में ही 663 लोगों की जान चली गयी थी, जबकि 36 ह़जार से अधिक सीधे तौर पर प्रभावित हुये थे। तीसरी लहर भी कुछ इसी तरह ते़जी दिखा रहा है। हालाँकि अभी तक इसने गम्भीर रूप अख्तियार नहीं किया है, लेकिन जिस तरह से केस बढ़ रहे हैं वह भविष्य के लिये खतरनाक संकेत हैं। इसे देखते हुये अभी से तैयारी करने को कहा गया है। इसके लिये पूरे प्रदेश में 1.15 अरब रुपये आवण्टित किये गये हैं। पिछली बार कम्युनिटि किचन में अलग-अलग तरीके से पका हुआ भोजन और फूड पैकेट वितरित किये गये थे। एक दिन में कितनी बार भोजन देना है या एक फूड पैकेट की अधिकतम दर क्या हो इसका कोई मानक निर्धारित नहीं था। इस बार तय किया गया है कि प्रतिदिन पूर्वाह्न 11 बजे तक एवं शाम 6 से रात्रि 9 बजे तक प्रत्येक पात्र व्यक्ति को सम्पूर्ण भोजन दिया जाये। प्रति पैकेट अधिकतम 40 रुपये तय किये गये हैं। साथ ही कोविड प्रभावित व्यक्ति यदि पके भोजन की जगह कच्ची खाद्य सामग्री की माँग करेंगे तो उन्हें वह सामग्री हर सप्ताह उपलब्ध करायी जायेगी।
यह होगा सम्पूर्ण भोजन में
1 सब़्जी, 1 दाल, रोटी अथवा पूड़ी, चावल सम्पूर्ण भोजन में दिया जायेगा। प्रतिदिन मैन्यू बदलता रहेगा और अलग-अलग तरह की सब़्जी व दाल दी जायेगी।
यह होगी कच्ची खाद्य सामग्री
5 किलोग्राम आटा, 5 किलोग्राम चावल, 1 किलोग्राम अरहर, उड़द, मूँग या मसूर की दाल, 1 लिटर रिफाइण्ड या सरसों का तेल, 1 किलोग्राम नमक, 200 ग्राम हल्दी का पैकेट, 200 ग्राम धनिया का पैकेट, 200 ग्राम लाल मिर्च का पैकेट, 3 किलोग्राम आलू।
फाइल : मुकेश त्रिपाठी