मऊरानीपुर के 13 गाँवों के 2,600 किसानों की ़फसलें तबाह
0 33 प्रतिशत से अधिक ़फसलों का हुआ नुकसान 0 डेढ़ करोड़ रुपए की क्षति का आकलन 0 शासन को भेजा जा रह
0 33 प्रतिशत से अधिक ़फसलों का हुआ नुकसान
0 डेढ़ करोड़ रुपए की क्षति का आकलन
0 शासन को भेजा जा रहा प्रस्ताव
झाँसी : जनवरी माह के शुरूआती एक सप्ताह में बारिश और रविवार को हुई ओलावृष्टि ने सबसे अधिक तबाही मऊरानीपुर में मचाई। यहाँ के 13 गाँवों की ़फसल पूरी तरह से चौपट हो गई है, जबकि मोठ को छोड़ अन्य तीन तहसीलों में ओले तो गिरे, लेकिन फसलों को भारी नु़कसान नहीं हुआ। प्रशासन ने 2600 किसानों के लिए डेढ़ करोड़ की क्षतिपूर्ति का प्रस्ताव शासन को भेजने की तैयारी कर ली है।
नया साल किसानों के लिए शुभ संकेत लेकर नहीं आया। 6 जनवरी से मौसम ने किसानों की परीक्षा लेना शुरू कर दिया। आसमान में काले बादल छाए रहने के साथ रिमझिम व रुक-रुककर ते़ज बरसात हुई। पर, शुरूआती बारिश ने फसलों को लाभ पहुँचाया और किसानों का सिंचाई का खर्च बच गया, लेकिन फिर मौसम ने रौद्र रूप अख्तियार करना शुरू कर दिया। शनिवार को ते़ज बरसात के बाद रविवार की सुबह भीषण ओलावृष्टि हुई। इससे किसानों की ़फसलों को काफी क्षति हुई। कृषि विभाग के फौरी सर्वे के बाद राजस्व विभाग की टीम ने भी खेतों पर जाकर पड़ताल की। शासन को भेजी जा रही रिपोर्ट के अनुसार ओलावृष्टि ने सबसे अधिक तबाही मऊरानीपुर के 13 गाँवों में मचाई। यहाँ 2600 किसानों की 33 प्रतिशत से अधिक ़फसल नष्ट हुई है। इससे डेढ़ करोड़ रुपए की क्षति का आकलन किया गया है। उधर, सदर व गरौठा तहसील में 5 से 12 प्रतिशत तथा टहरौली में 20 से 22 प्रतिशत तक की क्षति हुई है, जबकि मोठ में कोई क्षति नहीं हुई। प्रशासन द्वारा शासन को रिपोर्ट भेजी जा रही है।
इन गाँवों में हुआ नुकसान
मगरपुर, खिसनी खुर्द, खिसनी बुजुर्ग, कनौरा, पठाकरका, चौकरी, गैराहा, रमपुरा, उल्दन, सकरार आदि गाँव।
डीएम के निर्देश पर एक टीम और करेगी सर्वे
आपदा विभाग द्वारा सर्वे करने के बाद अब बीमा क्लेम के लिए भी सर्वे कराने की तैयारी शुरू हो गई है। ़िजलाधिकारी ने टीम का गठन कर दिया है। इसमें बीमा कम्पनि के अधिकारी, राजस्व विभाग से लेखपाल व कृषि विभाग के अधिकारी शामिल होंगे। ़िजलाधिकारी ने 3 दिन में क्षति का आकलन कर रिपोर्ट तलब की है।
फाइल : राजेश शर्मा