विश्वविद्यालय में 21 व 2 चिकित्सक सहित 78 नये पॉ़िजटिव मिले
- 7-7 साल के बालक व बालिका भी पाये गये संक्रमित - कुल सक्रिय मरी़जों का आँकड़ा 492 पर पहुँचा झाँस
- 7-7 साल के बालक व बालिका भी पाये गये संक्रमित
- कुल सक्रिय मरी़जों का आँकड़ा 492 पर पहुँचा
झाँसी : मंगलवार को कोरोना की रफ्तार कुछ धीमी हुयी, लेकिन 78 नये पॉ़िजटिव फिर भी चपेट में आ गये। इससे ़िजले में सक्रिय संक्रमित मरी़जों की संख्या 492 पर पहुँच गयी है।
मंगलवार को ़िजले में 4,100 लोगों की कोरोना जाँच करायी गयी। इसमें 39 महिला व 39 पुरुष सहित कुल 78 लोग पॉ़िजटिव पाये गये। इनमें बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के 21 छात्र-छात्रा व स्टाफ के सदस्य, 2 प्राइवेट चिकित्सक भी हैं। इसके अलावा 7-7 वर्ष के एक-एक बालक व बालिका भी संक्रमित मिले। साथ ही मिलिट्रि हॉस्पिटल क्षेत्र, पन्नालाल मोहल्ला, सदर बा़जार, बालाजीपुरम, अयोध्यापुरी कॉलनि, सीपरी बा़जार, खातीबाबा क्षेत्र से भी पॉ़िजटिव केस पाये गये। आज 4 लोगों को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज कर दिया गया। इससे सक्रिय मरी़जों की संख्या 492 पर आ गयी। इनमें 3 को महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलिज, 37 को मिलिट्रि हॉस्पिटल, 401 को घरों में एवं 51 को अन्य ़िजलों में आइसोलेट किया गया है। लगातार कोरोना पॉ़िजटिव मरी़ज मिलने से ठीक होने वालों के रिकवरि रेट में भी गिरावट आने लगी है। शुक्रवार को जहाँ रिकवरि रेट 97.78 प्रतिशत था, वहीं आज यह 96.88 प्रतिशत पर आ गया।
टीकाकरण केन्द्र बरत रहे लापरवाही
कोरोना की तीसरी लहर रहम बरतने को तैयार नहीं है, वहीं टीकाकरण केन्द्र अपनी लापरवाही से बाज नहीं आ रहे। मंगलवार को भी ़िजला अस्पताल में ऐहतियाती डो़ज लगवाने आये 60 साल से अधिक आयु के बुजुर्गो को भटकना पड़ा। उन्हें पहले लग चुकी दोनों डो़ज के सर्टिफिकेट, रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर, चिकित्सक से बीमार होने का प्रमाण-पत्र लाने एवं ऑनलाइन पंजीकरण कराने के नाम पर यहाँ से वहाँ भेजा गया। दूसरी ओर, राजकीय आयुर्वेदिक कॉलिज में पूर्वाह्न 11 बजे तक टीकाकरण केन्द्र बन्द रहा। यहाँ स्टाफ न आने से टीका लगवाने आये किशोरों को काफी देर तक इन्त़जार करना पड़ा।
वैक्सिनेशन के नाम पर खाली हो रहा बैंक अकाउण्ट
साइबर क्राइम का जाल वैक्सिनेशन कराने वालों पर भी फिकने लगा है। इसका शिकार वह सीनियर सिटि़जन हो रहे हैं, जिन्हें प्रिकॉशन डो़ज लगना है। ऐसे लोगों के पास फोन कॉल आ रहे हैं कि आपको दोनों डो़ज लग चुकी है। अब बूस्टर डो़ज लगना है। इसके लिये आपका रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। फिर ओटीपी पूछा जाता है। ओटीपी बताते ही सम्बन्धित बुजुर्ग के बैंक खाते से पैसे गायब हो जाते हैं। इसका पता उन्हें तब चलता है, जब मोबाइल फोन पर पैसे कटने का मेसिज आता है। बड़ाबा़जार निवासी अर्जुन सिंह एवं लक्ष्मीगेट निवासी शान्ताराम रायकवार इसी तरह की ठगी का शिकार हो गये। उन्होंने इसकी शिकायत आज ़िजला अस्पताल में की, तो उन्हें थाने जाने की सलाह दी गयी।
इनको लगेगी प्रिकॉशन डो़ज
12 जनवरी को बेसिक एवं माध्यमिक शिक्षा, 13 जनवरी को पंचायतीराज, ग्राम्य विकास, कृषि, पशुपालन, खाद्य एवं रसद, अल्पसंख्यक कल्याण, समाज कल्याण, महिला एवं बाल विकास, सहकारिता, 14 जनवरी को लोक निर्माण, सिंचाई, राजकीय निर्माण निगम, लघु सिंचाई, श्रम, जल निगम, 15 जनवरी को नगर निगम, प्राविधिक शिक्षा, उच्च शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा, आबकारी, आयुर्वेदिक व होम्योपैथिक चिकित्सा, 16 जनवरी को बैंक, बीमा, उद्योग, राजस्व, वन, वाणिज्यकर, 17 जनवरी को उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण, आवास एवं शहरी नियोजन, कृषि विपणन मण्डी तथा 18 जनवरी को केन्द्र सरकार के सभी विभागों सहित राज्य सरकार के अन्य छूटे हुये विभागों के कर्मचारियों को फ्रण्ट लाइन वर्कर के रूप में प्रिकॉशन डो़ज लगायी जायेगी।