प्रशासन ने बन्द कराया मेला, पुलिस ने खाली कराई भीड़
0 कोरोना संक्रमण के कारण नगर मैजिस्ट्रेट ने दिए आदेश 0 18 जनवरी तक के लिए दी गई थी अनुमति झाँसी
0 कोरोना संक्रमण के कारण नगर मैजिस्ट्रेट ने दिए आदेश
0 18 जनवरी तक के लिए दी गई थी अनुमति
झाँसी : कोरोना की बढ़ती दहशत ने एक बार फिर महानगर की हलचल को दायरे में समेटना शुरू कर दिया है। रात्रि कर्फ्यू के बाद इसका पहला असर दुर्ग की तलहटी में चल रहे मेले पर पड़ा है। प्रशासन ने मंगलवार को मेला बन्द करने का फरमान सुनाया, जिसके तत्काल बाद पुलिस ने मेले में जमा भीड़ को बाहर करना शुरू कर दिया।
लोगों को मौज-मस्ती व स्वस्थ्य मनोरंजन के लिए दुर्ग की तलहटी में झाँसी महा-उत्सव का आयोजन किया गया था। 10 दिसम्बर को मेले की शुरूआत हुई, जिसके लिए 18 जनवरी तक की अनुमति दी गई। देश के अलग-अलग क्षेत्रों से दुकानदारों ने यहाँ स्टॉल लगाई। शुरूआत में मेला ठण्डा पड़ा रहा, लेकिन 25 दिसम्बर के बाद से मेले में भीड़ उमड़ने लगी। अब मेले के दुकानदारों का कारोबार चलने लगा था तो कोरोना संक्रमण का आक्रमण शुरू हो गया। झाँसी में हर दिन 100 से अधिक संक्रमित मरी़ज मिलने से प्रशासन भी अलर्ट हो गया। सरकार ने भी धीरे-धीरे पाबन्दियाँ बढ़ानी शुरू कर दी। पिछले दिनों रात्रि कर्फ्यू लागू कर दिया गया तो चुनावी घोषणा के बाद पाबन्दियों की जानकारी भी राजनैतिक दलों को दे दी गई। प्रशासन ने गत दिवस मेला की समीक्षा की। मंगलवार को नगर मैजिस्ट्रेट राजेश कुमार ने मेला बन्द करने के निर्देश दिए। दोपहर में आदेश आते ही पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया और मेला में आई भीड़ को बाहर किया जाने लगा। इससे कई बार विवाद की स्थिति भी बनी।
गेट बन्द, लोगों को नहीं दिया गया प्रवेश
प्रशासन का फरमान आने के बाद पहले पुलिस ने मेले के अन्दर पहुँच चुके लोगों को बाहर निकाला, जिसके बाद शाम को मुख्य गेट को ही बन्द कर दिया। घर से परिवार को लेकर मेला घूमने आए लोगों को जब प्रवेश नहीं दिया गया तो उन्होंने अचानक निर्णय लेने पर आपत्ति जताई।
बिना नोटिस के बन्द कराया मेला, दुकानदारों का भारी नु़कसान
प्रशासन ने बिना कोई नोटिस दिए अचानक मेला बन्द करने का फरमान सुना दिया। चूँकि मंगलवार को मेले में अधिक भीड़ आती है, जिसके चलते खाने-पीने की स्टॉल लगाने वाले कुछ अधिक सामान बनाते हैं। आज मेला अचानक बन्द होने से दुकानदारों को नुकसान हो गया।
यह बोले दुकानदार
फोटो : 11 जेएचएस 29
'मंगलवार व रविवार को मेले में अधिक भीड़ आती है। प्रशासन अगर पहले सूचना दे देता तो दुकानदार खाने-पीने का सामान नहीं बनाते। पर, अचानक मेला बन्द करने से काफी नुकसान हुआ है।'
0 शिवा रायकवार
फोटो : 11 जेएचएस 28
'प्रशासन ने बिना नोटिस दिए मेला बन्द करा दिया। इससे दुकानदारों को काफी नु़कसान हुआ है। यदि एक दिन पहले सूचना देकर मेला बन्द कराया जाता तो न आम लोगों को परेशानी होती और न दुकानदारों को।'
0 गोरस
फाइल : राजेश शर्मा