अब गम्बूसिया मछली कुचलेगी डेंगू का डंक
0 तालाब, गड्ढों में डाली जाएंगी मछलियाँ 0 ग्राम पंचायतों को दिए निर्देश झाँसी : दहशत फैला रहे डे
0 तालाब, गड्ढों में डाली जाएंगी मछलियाँ
0 ग्राम पंचायतों को दिए निर्देश
झाँसी : दहशत फैला रहे डेंगू का डंक कुचलने के लिए अब प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने चौतरफा चक्रव्यूह की रचना कर ली है। स्वास्थ्य विभाग घर-घर दवाओं का वितरण कर रहा है तो अब डेंगू का डंक कुचलने के लिए गम्बूसिया मछली का सहारा लेने की तैयारी कर ली गई है। डेंगू मच्छर का लार्वा निगलने वाली इन मछलियों को तालाब, गड्ढों में ठहरे हुए पानी में छोड़ा जाएगा।
सरहद पार से आई कोरोना महामारी ने पिछले डेढ़ साल से दहशत फैला रखी है। महामारी की दूसरी लहर ने तो ़िजन्दगी की साँसें उखाड़ दी थीं। इस महामारी का प्रकोप थमा तो अब डेंगू का कहर शुरू हो गया है। घर-घर लोग इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं, जिससे अस्पताल फुल हो गए हैं। निजी अस्पतालों में भी बुखार के मरीजों की संख्या बेतहाशा बढ़ गई है। दरअसल, यह बीमारी मच्छर से फैलती है, जिसका लार्वा ठहरे हुए पानी में पनपता है। इस समय रुक-रुक कर बरसात होने से गाँव से लेकर शहर तक गढ्डे, पोखर, तालाब पानी से लबालब हैं, जिसमें डेंगू का लार्वा पनप रहा है, जिससे बीमारी अब महामारी का रूप लेने लगी है। स्वास्थ्य विभाग ने इस बीमारी से निपटने के लिए स्वास्थ्य केन्द्रों व अस्पतालों में उपचार का पर्याप्त प्रबन्ध कर लिया है तो प्रशासन ने निगरानी टीमों को गाँव के मरी़जों को चिह्नित कर सूचना देने के निर्देश दिए हैं। बीमारी की चपेट में आने वालों को घर-घर दवाओं की किट पहुँचाने की भी व्यवस्था की गई है, लेकिन प्रशासन अब डेंगू का डंक कुचलने के लिए अभिनव प्रयोग करने जा रहा है। इसके लिए गम्बूसिया प्रजाति की मछली का सहारा लिया जाएगा। बताया गया है कि यह मछली डेंगू मच्छर को निगल जाती है। प्रशासन द्वारा अब गाँव व शहर के ऐसे तालाब, पोखर या बरसाती अथवा निकासी के पानी से भरे गढ्डों में इस मछली को छोड़ने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए ग्राम पंचायतों को भी निर्देशित किया गया है।
ऐण्टि लार्वा का स्प्रे कराएंगी ग्राम पंचायतें
डेंगू से निपटने के लिए ग्राम पंचायतों को बजट की दिक्कत नहीं आएगी। इसके लिए विलेज ऐण्ड न्यूट्रिशन फण्ड से पैसा खर्च करने की अनुमति दे दी गई है। इस फण्ड में प्रत्येक ग्राम पंचायत में लगभग 20 हजार रुपए की धनराशि जमा है। इस पैसे से ग्राम पंचायतें फॉगिंग, ऐण्टि लार्वा स्प्रे कराने के साथ ठहरे हुए पानी में गम्बूसिया मछली भी छोड़ सकेंगी।
फाइल : राजेश शर्मा