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टीकाकरण के बाद सीनियर डॉक्टर कोरोना पॉ़िजटिव

- पहले चरण के पहले दिन 16 जनवरी को लगा था टीका - को-वैक्सिन की दी गई थी पहली डो़ज झाँसी : कोरोन

By JagranEdited By: Published: Mon, 08 Feb 2021 01:56 AM (IST)Updated: Mon, 08 Feb 2021 01:56 AM (IST)
टीकाकरण के बाद सीनियर डॉक्टर कोरोना पॉ़िजटिव
टीकाकरण के बाद सीनियर डॉक्टर कोरोना पॉ़िजटिव

- पहले चरण के पहले दिन 16 जनवरी को लगा था टीका

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- को-वैक्सिन की दी गई थी पहली डो़ज

झाँसी : कोरोना से बचाव के टीकाकरण का पहला चरण लगभग समाप्त हो चुका है। पहले चरण में कई हेल्थ वर्कर्स को 16 जनवरी को पहला टीका लगाया था। इनमें से एक महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलिज के वरिष्ठ चिकित्सक हैं। पहला टीका लगाने के कुछ दिनों बाद हुई जाँच में वह कोरोना पॉ़िजटिव पाये गये।

16 जनवरी को प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना से बचाव के लिये टीकाकरण का शुभारम्भ किया था। इसको लेकर जनपद में कई केन्द्र बनाए थे तथा पहले दिन 372 को टीका लगा था। टीका लगवाने वालों में मेडिकल कॉलिज के एक सीनियर डॉक्टर को भी को-वैक्सिन की पहली डो़ज दी गई थी। इसके बाद से वह निरन्तर मरी़जों का उपचार कर रहे थे। टीका लगने के 23 दिन बाद उन्हें अपने अन्दर कोरोना के सम्भावित लक्षण ऩजर आये। उन्होंने तत्काल कोरोना की जाँच कराई। जाँच रिपोर्ट में वह पॉ़िजटिव पाये गये। सीनियर डॉक्टर के कोरोना पॉ़िजटिव निकलने के बाद से प्रशासन में खलबली मची हुई है। सुरक्षा के लिहा़ज से उन्हें कोविड अस्पताल में इला़ज के लिये भर्ती कराया गया है। महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलिज के प्रधानाचार्य डॉ. एनएस सेंगर का कहना है कि उन्हें इस मामले की फिलहाल जानकारी नहीं है।

देश में पहला मामला आया सामने

बता दें कि पहले चरण को पूरा करने के बाद पूरे देश में दूसरे चरण की तैयारी की जा रही है। हालाँकि अब तक समूचे देश में हेल्थ वर्कर्स को टीका लगने के बाद झाँसी में ऐसा पहला मामला सामने आया है। इस मामले के सामने आने के बाद विशेषज्ञों की टीम जाँच में जुट गई है।

पहले दिन मेडिकल कॉलिज में 46 का हुआ था टीकाकरण

पूरे जनपद में पहले चरण के लिये 6,486 हे‌र्ल्थ वर्कर्स को टीका लगाने के लिये चिह्नित किया गया था। इसमें से 4589 सरकारी व 1897 प्राइवेट हेल्थ वर्कर्स शामिल किये गये थे। टीकाकरण की बारी आई तो पहले दिन 5 टीकाकरण केन्द्रों पर 500 हेल्थ वर्कर्स की सूची तैयार की गई थी, मगर उस दिन सिर्फ 372 ने ही टीकाकरण कराया था। इनमें मेडिकल कॉलिज में 46, जिला अस्पताल में 57, ़िजला महिला अस्पताल में 62, सीएचसी बंगरा में 85 व सीएचसी मोंठ में 88 स्वास्थ्य कर्मियों ने टीकाकरण कराया था।

2 टीके लगने के बाद पूर्ण क्षमता से काम करेगी वैक्सीन

टीका लगवाने के बाद अब जहन में टीके को लेकर सवाल उठना शुरू हो गये हैं कि वैक्सीन कितनी सुरक्षित है। मेडिकल कॉलिज के विशेषज्ञों का कहना है कि यदि पहला टीका लगने के बाद कोई पॉ़िजटिव हुआ भी है तो इसमें घबराने या अचम्भित होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये 2 टीके लगवाना जरूरी है। 2 टीके लगवाने के बाद ही संक्रमण से लड़ने की पूर्ण क्षमता शरीर में विकसित होगी। वहीं, जानकारी दी गई कि लगातार शोध में सामने आया चुका है कि कोरोना के स्वरूप में लगातार बदलाव आ रहा है। इसलिये पहला टीका लगने के बाद पॉ़िजटिव केस निकलना कोई गम्भीर समस्या नहीं है।

निगरानी में होंगे सभी हेल्थ वर्कर्स

इस मामले के सामने आने के बाद स्पष्ट हो गया है कि टीका लगने का मतलब लापरवाही नहीं है। जब तक दोनों टीके नहीं लग जाते, ढिलाई बरतना खतरनाक सिद्ध होगा। इसलिये दो गज की दूरी, हाथों की स़फाई और मास्क का पहनना अब भी जरूरी है।

फाइल : पंकज कश्यप

दिनाँक : 7 जनवरी 2021

समय : 9:00 बजे


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