Move to Jagran APP

सिंचाई कार्यशाला को मिलेंगे ऑर्डर

फोटो : 16 बीकेएस 101 ::: 0 सिंचाई मन्त्री ने निरीक्षण किया झाँसी : ऑर्डर के अभाव में बन्दी की

By JagranEdited By: Published: Sun, 17 Feb 2019 12:05 AM (IST)Updated: Sun, 17 Feb 2019 12:05 AM (IST)
सिंचाई कार्यशाला को मिलेंगे ऑर्डर
सिंचाई कार्यशाला को मिलेंगे ऑर्डर

फोटो : 16 बीकेएस 101

loksabha election banner

:::

0 सिंचाई मन्त्री ने निरीक्षण किया

झाँसी : ऑर्डर के अभाव में बन्दी की कगार पर पहुँच चुकी सिंचाई कार्यशाला की उम्मीदें जग गई हैं। सिंचाई मन्त्री धर्मपाल सिंह ने कार्यशाला का निरीक्षण कर ऑर्डर दिलाने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कार्यशाला में किए जा रहे कार्य का अवलोकन भी किया।

बाँध के गेट व लोहे के अन्य उपकरण बनाने के लिए सालों पहले सिंचाई कार्यशाला की स्थापना झाँसी में की गई थी। प्रदेश सरकार के अधीन संचालित इस कार्यशाला में 200 से अधिक स्थायी कर्मचारी काम करते थे, तो ठेके पर भी श्रमिक लगाए जाते थे। तकनीकी रूप से सक्षम कारीगरों की उपस्थिति में यहाँ गुणवत्तापूर्ण गेट व उपकरण बनाए जाते थे, लेकिन पिछली सरकारों ने व्यवस्था बदल दी। ठेके में गेट का भी प्राविधान किया जाने लगा, जिससे ठेकेदार बाहर से गेट व अन्य उपकरण बनवाने लगे। इससे सिंचाई कार्यशाला के अस्तित्व पर संकट आ गया। कर्मचारी सेवानिवृत्त होते गए, जिससे मशीनरी भी थम गई। विधायक रवि शर्मा ने प्राक्कलन समिति के समक्ष मामला रखते हुए झाँसी कार्यशाला की दुर्दशा से अवगत कराया। इसके बाद भाजपा सरकार ने प्रदेश की सिंचाई कार्यशालाओं को संज्ञान में लिया और व्यवस्था में परिवर्तन किया। झाँसी स्थित सिंचाई कार्यशाला को भौरट बाँध के गेट बनाने का ऑर्डर दिया गया। प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के जनता से सीधा सम्वाद कार्यक्रम में शामिल होने आए सिंचाई एवं सिंचाई यान्त्रिक मन्त्री धर्मपाल सिंह ने सिंचाई कार्यशाला का निरीक्षण किया। उन्होंने गेट बनाने व पाइप बनाने का काम देखा। सिंचाई मन्त्री ने कार्यशाला को नियमित ऑर्डर दिलाने का विश्वास दिलाया तथा कर्मचारियों की नियुक्ति कराने का प्रयास करने का आश्वासन भी दिया। इसके बाद सिंचाई मन्त्री व सदर विधायक ने कार्यशाला परिसर में पौधारोपण भी किया।

फोटो : 16 बीकेएस 103

:::

केवीके की कार्ययोजना बनी

झाँसी : कृषि विज्ञान केन्द्र, भरारी वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक निदेशक शोध कृषि विश्वविद्यालय डॉ. एआर शर्मा की अध्यक्षता व निदेशक प्रसार कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (बाँदा) डॉ. एनके वाजपेयी के मुख्य आतिथ्य में हुई। विशिष्ठ अतिथि निदेशक आइजीएफआरआइ), प्रधान वैज्ञानिक उद्यान डॉ. आरके तिवारी, डॉ. एके चौहान, डॉ. वीपी नागाईच,, उमेश चन्द्र कटियार रहे। मुख्य अतिथि ने वैज्ञानिकों को स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार योजना बनाने के टिप्स दिए। अध्यक्ष केवीके डॉ. निशी राय ने कृषि विज्ञान केन्द्र के कार्यो का विस्तार से विवरण प्रस्तुत किया। बैठक में वैज्ञानिक सलाहकार समिति के सभी सदस्यों ने सुझाव दिये, जिन्हें केवीके की कार्ययोजना में सम्मलित किया गया। इस अवसर पर डीडीएम नाबार्ड अजय कुमार सोनी, पशुपालन विभाग के डॉ. वीके सिंह, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, भरारी प्रक्षेत्र दुष्यन्त सिंह सिरोही, प्रबन्धक कृषि शोध विभाग आरपी दुबे आदि अधिकारी उपस्थित रहे।

फाइल : राजेश शर्मा

16 फरवरी 2019

समय : 8.30 बजे


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.