20 ह़जार करोड़ रुपए की योजनाओं की मिली सौगात
फोटो ::: 0 प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने डिफेंस कॉरिडोर, पेयजल योजनाओं की आधारशिला रखी झाँसी
फोटो
:::
0 प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने डिफेंस कॉरिडोर, पेयजल योजनाओं की आधारशिला रखी
झाँसी : प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने आज बुन्देलखण्ड को 20 ह़जार 500 सौ करोड़ रुपए की सौगात दी। उन्होंने लखनऊ इन्वेस्टर समिट में की गयी डिफेंस कॉरिडोर की आधारशिला रखी, तो विभिन्न पेयजल परियोजनाओं का शिलान्यास किया।
प्रधानमन्त्री ने आज झाँसी की भोजला मण्डी में बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के नजदीकी क्षेत्र में विकसित होने वाली डिफेंस कॉरिडोर की आधारशिला रखी। किसानों की भूमि अधिग्रहण के लिए जनपद झाँसी को 328 करोड़ रुपए पहले ही स्वीकृत कर दिए गए, और इसके लिए 940 करोड़ रुपए का प्रस्ताव है। प्रधानमन्त्री ने कहा कि अलीगढ़, आगरा, झाँसी, कानपुर, लखनऊ, चित्रकूट के बीच बनने वाली इस योजना से सैन्य क्षमता बढ़ेगी। देश में इन 2 कॉरिडोर में 50 ह़जार करोड़ रुपये से अधिक के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सम्भावना है। साथ ही सैन्य उपकरण में होने वाले व्यय से फॉरेन एक्सचेंज रि़जर्व भी बचेगा, जिससे देश को 3.6 बिलियन डॉलर () की बचत होगी। प्रधानमन्त्री ने झाँसी में कोच आवधिक मरम्मत व पुनर्निर्माण कारखाना की आधारशिला भी रखी। 454.89 करोड़ की प्रारम्भिक लागत से बनने वाले इस कारखाना में प्रतिवर्ष 250 कोच की आवधिक मरम्मत व पुनर्सज्जा की जाएगी, जिसे बाद में 500 कोच प्रतिवर्ष तक बढ़ाया जाएगा। भारतीय रेलवे के एलएचबी (लिंक हॉफमैन बुश) कोच की पुनर्सज्जा करने वाला देश का यह पहला कारखाना होगा। कोच मरम्मत से सीधे रो़जगार का सृजन होगा, तो स्क्रैप निपटान आदि से झाँसी के आसपास की सहयोगी इकाइयों के विकास में योगदान मिल सकेगा। प्रधानमन्त्री ने झाँसी-खैरार-मानिकपुर व खैरार-भीमसेन के बीच रेल दोहरीकरण कार्य का भी शिलान्यास किया। इसे वर्ष 2016-17 की पिंक बुक में 3 ह़जार करोड़ की लागत के साथ सम्मिलित किया गया था। इस परियोजना पर 4329.54 करोड़ की लागत आएगी। इस रेल लाइन के दोहरीकरण से यात्री व मालगाड़ी के विलम्ब से चलने की समस्या समाप्त हो जाएगी। बुन्देलखण्ड क्षेत्र में कनेक्टिविटि भी बढ़ेगी। इससे बुन्देलखण्ड क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी। इस दौरान प्रधानमन्त्री ने रेलवे की झाँसी-खैरार, भीमसेन-खैरार की विद्युतीकृत रेल लाइन का लोकार्पण किया। 441.27 करोड़ की लागत से रेलवे लाइन का विद्युतीकरण किया गया। यह विद्युतीकरण वर्ष 2015-16 के रेलवे बजट में शामिल किया गया था। प्रथम चरण में झाँसी से भीमसेन खण्ड, खैरार होकर विद्युतीकरण किया गया, जिससे झाँसी-कानपुर से एक वैकल्पिक विद्युतीकरण रूट उपलब्ध कराया गया। दूसरे चरण में खैरार से मानिकपुर का विद्युतीकरण का कार्य चल रहा है। मोदी ने झाँसी महानगर व आसपास के गाँव के पेयजल के लिए अमृत योजना का भी शिलान्यास किया। महानगर में 15 राजस्व ग्राम सम्मिलित होने व नगर की जनसंख्या में वृद्धि हो जाने के फलस्वरूप बढ़ी हुई पेयजल की मात्रा की पूर्ति के लिए भारत सरकार के अमृत कार्यक्रम के तहत झाँसी महानगर पेयजल पुनर्गठन योजना को 2 चरणों में बाँटा गया। योजना के पहले चरण में महानगर के 29 ़जोन के तहत वितरण प्रणाली का विस्तार व जलाशय निर्माण किया गया। योजना के दूसरे चरण में 600.42 करोड़ रुपए की लागत से बेतवा नदी के माताटीला बाँध से कच्चे जल की बबीना में प्रस्तावित जल शोधन संयन्त्र तक लाया जाएगा। बाद में स्वच्छ जल को झाँसी नगर के शेष 16 ़जोन में प्रस्तावित व शिरोपरि जलाशय तक लाया जाएगा। वर्ष 2022 तक इस योजना के पूरा होने पर 5.95 लाख की आबादी को शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो सकेगा। इसके अलावा बुन्देलखण्ड के झाँसी के साथ ललितपुर, जालौन, हमीरपुर, महोबा, बाँदा व चित्रकूट जनपद के 2429 ग्रामों की आबादी को पेयजल पाइप योजना से शुद्ध पानी के लिए पेयजल पाइप परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इससे झाँसी मण्डल की 21 लाख तथा चित्रकूट धाम मण्डल की 23 लाख आबादी लाभान्वित होगी। 9021.89 करोड़ की पेयजल पाइप परियोजनाओं की आधारशिला रखी गयी है। पीएम ने पहाड़ी बाँध आधुनिक परियोजना का लोकार्पण भी किया। 354.20 करोड़ की लागत से परियोजना के आधुनिकीकरण से मऊरानीपुर क्षेत्र में सिंचाई क्षमता बढे़गी और बाँध का लीकेज समाप्त होगा। विद्युत विभाग की पश्चिम क्षेत्र, उत्तर क्षेत्र अन्तर क्षेत्रीय सुदृढ़ीकरण पारेषण परियोजना का लोकार्पण किया गया। इसके तहत उरई के 765/400 केबी के उपकेन्द्र, अलीगढ़ की 765 केबी स्विचिंग उपकेन्द्र व पारेषण लाइन का लोकार्पण शामिल है। इससे पश्चिम यूपी, बुन्देलखण्ड के उरई, अलीगढ़ व आसपास के क्षेत्रों में बिजली की विश्वनीय आपूर्ति बढ़ेगी।
फाइल : रघुवीर शर्मा
समय : 6.10
15 फरवरी 19