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कर्बला की झाँकियों में दिखी हुसैन की शहदात

फोटो :: 21 बीके 34, 18, 15, 17 व 19 - ़गमगीन माहौल में दफन हुए ताजिए, मजमे में उमड़ा जनसैलाब - उत

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Sep 2018 01:04 AM (IST)Updated: Sat, 22 Sep 2018 01:04 AM (IST)
कर्बला की झाँकियों में दिखी हुसैन की शहदात
कर्बला की झाँकियों में दिखी हुसैन की शहदात

फोटो :: 21 बीके 34, 18, 15, 17 व 19

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- ़गमगीन माहौल में दफन हुए ताजिए, मजमे में उमड़ा जनसैलाब

- उत्साही युवाओं ने खुद को लहूलुहान कर किया ़गम का इजहार

- सुरक्षा व्यवस्था के कड़े रहे इन्त़जाम

झाँसी : पैगम्बर-ए-इस्लाम हजरत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो अलैह वसल्लम के नवासे हजरत इमाम हुसैन सहित 72 शहीदों की याद में मोहर्रम का जुलूस निकाला गया। इस दौरान मातमी धुनों से फि़जा भी ़गमगीन हो गयी। जुलूस व अखाड़ों में शामिल युवाओं ने मातमपुर्सी कर हुसैन की शहादत को याद किया व ़गम का इजहार किया।

सुबह सभी ताजिया, बुर्राक, अखाड़ा मस्जिद व अन्य इमारतें गन्दीगर के टपरे पर एकत्र हुए, जहाँ ता़िजया कमिटि के अध्यक्ष याकूब अहमद मंसूरी ने उनकी मिसिलबन्दी करायी, जिसमें नूर अहमद मंसूरी, मंसूर अहमद मंसूरी, इसरार फईम मकरानी, हाजी महमूद खलीफा ताहिर, अनवर राइन, दिलशाद, मो. आरिफ आदि ने आगे बढ़ाने में सहयोग किया। इसके बाद जुलूस सर्राफा बा़जार, मानिक चौक सिटि पोस्ट ऑफिस, सिन्धी तिराहा होता हुआ रानी महल पहुँचा और विसर्जित हो गया। जुलूस में सर्वप्रथम हिन्दु-मुस्लिम एकता की प्रतीक दयाराम बढ़ई की मस्जिद, इसके बाद महारानी झाँसी का ताजिया (बाई साब का ताजिया) चल रहे थे। इस ताजिया को शहर कोतवाल उमेश चन्द्र त्रिपाठी द्वारा बनवाया गया। इसके बाद करीम बख्श तस्वीर वाले, बजीर चौधरी, सिराज के चौड़े ताजिये, इस्तयाक सत्तार बाबा के लम्बे ताजिये, तो बिसाती समाज, हम्भाल समाज, राइन समाज की कासिम उस्ताद, ललई बजीर की बुर्राक, जुम्मन चूइया इमामी हमीद आजाद, महबूब धार वालों की बुर्राक विशेष आकर्षण का केन्द्र रहे। जुलूस के दौरान मर्सिया की धुन बज रही थीं। जुलूस में एसपी सिटि देवेश पाण्डे, सीओ सिटि जितेन्द्र सिंह, एलआइयू इंस्पैक्टर विवेक चतुर्वेदी, महिला थानाध्यक्ष अर्चना सिंह, ओरछा गेट प्रभारी महेश कुमार ऩजर बनाये रहे। इस मौके पर ताजिया कमिटि के दिलशाद, तबरेज एड., आरिफ, सर्राफा बा़जार कमिटि के अध्यक्ष मुकेश अग्रवाल, महामन्त्री अतुल किलपन, सुनील अग्रवाल, सुलेमान अहमद, मोहन नेपाली, रवीश त्रिपाठी आदि का सहयोग रहा। सिन्धी तिराहे पर पूर्व केन्द्रीय मन्त्री प्रदीप जैन आदित्य, अफजाल हुसैन आदि ने लंगर बाँटा।

- ता़िजया बुर्राक अखाड़ा कमिटि के तत्वावधान में अध्यक्ष जहीर कुरैशी द्वारा प्रेमनगर थाना से मिसिलबन्दी की गयी। परम्परागत रूप से उन्हें व प्रेमनगर थानाध्यक्ष हरिश्याम सिंह को पगड़ी पहनायी गयी। इसके बाद जुलूस रवाना हुआ, जिसमें नियामत उस्ताद के अखाड़ों के युवकों ने करतब दिखाये। बुर्राक जेवर से सजी हुई थीं। इस मौके पर मोहम्मद हाशिम, नवाब खान, सरफराज अली, रईस भाई, अब्दुल जमील खान, आमिल खान, अजहर कुरैशी, असद कुरैशी आदि मौजूद रहे। संचालन मास्टर अलीम अहमद खान ने किया।

- ता़िजया कमिटि पुलिया नम्बर 9 के अध्यक्ष नियाजउद्दीन ने मिसिलबन्दी करायी, जुलूस ने इलाहाबादी मोहल्ले से लेकर पानी की टंकी तक भ्रमण कर गम-ए-हुसैन का इजहार किया। अध्यक्ष ने उप निरीक्षक ब्रजेश सिंह व याकूब अहमद मंसूरी को साफा पहनाकर स्वागत किया। इस दौरान मुन्ना खलीफा, आजाद भाई, अंसार अली, शफीक, इब्राहिम, शेरू आदि मौजूद रहे।

- ता़िजया कमिटि सीपरी बा़जार के अध्यक्ष चौधरी मोहम्मद माबूद द्वारा सीपरी बा़जार तांगा स्टैण्ड पर ता़िजया व बुर्राकों की मिसिलबन्दी करायी गयी। मिसिलबन्दी कराने में चौधरी साहिल, चौधरी सलीम राईन, शमशुद्दीन राइन, नसीर मकरारी, सिद्दीकी भाई आदि का सहयोग रहा। ताजिया व बुर्राकों का स्वागत रामगोपाल अग्रवाल, बसन्त यादव, श्याम चौरसिया, शिवपाल दास सोनी, बण्टी अग्रवाल द्वारा शर्बत पिलाकर किया गया।

- सेठ अब्दुल रज्जाक मेमोरियल सोसायटि द्वारा शहीदों को भावभीनी खिराजे अकीदत पेश की गयी। प्रेमनगर में बड़े स्तर पर लंगर का प्रबन्ध किया गया। इस मौके पर आसिफ नियाजी, अशरफ बेग, अकील अहमद, फजल-उर-रहमान, शाहिद अहमद, मो. वसीम आदि मौजूद रहे। मुश्ताक ने आभार व्यक्त किया।

फाइल : हिमांशु वर्मा

समय : 10.30 बजे

21 सितम्बर 2018


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