नदी में कूदा युवक पांच किमी दूर मिला जिदा
जाको राखे साइयां मार सके ना कोय वाली कहावत एक बार फिर चरितार्थ हुई। गुरुवार की देर शाम आत्महत्या के इरादे से उफनाई बसुही नदी में छलांग लगाने वाला युवक तैरना न आने के बावजूद पांच किलोमीटर दूर जीवित मिला। घटना चर्चा का विषय बन गई है।
जागरण संवाददाता, सुरेरी (जौनपुर): 'जाको राखे साइयां मार सके ना कोय' वाली कहावत एक बार फिर चरितार्थ हुई। गुरुवार की देरशाम आत्महत्या के इरादे से उफनाई बसुही नदी में छलांग लगाने वाला युवक तैरना न आने के बावजूद पांच किलोमीटर दूर जीवित मिला। घटना चर्चा का विषय बन गई है।
पट्टी भरत राय गांव निवासी लल्लू गौड़ (25) ने गुरुवार की शाम ठाठर घाट से बसुही नदी में छलांग लगा दी। प्रत्यक्षदर्शियों ने तुरंत उसके परिजनों को सूचना दी। घबराए परिजन घाट पर पहुंचकर उसकी तलाश में जुट गए। काफी खोजबीन के बाद भी पता न चलने पर थाना पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने घटनास्थल पर जाने की फर्ज अदायगी कर लौट आई। वहीं बहते हुए पांच किलोमीटर दूर जाने के बाद शुक्रवार की सुबह लल्लू गौड़ नगेसरा घाट के समीप पहुंचा और नदी से निकलकर घाट किनारे बैठ गया। पता चलने पर परिजन घाट पर गए और उसे घर लेकर आए। परिजनों के अनुसार दो दिनों से लल्लू गौड़ किसी बात को लेकर तनावग्रस्त था। इसी मनोदशा में आत्महत्या के इरादे से उसने नदी में छलांग लगी दी थी। हर कोई इसी पर आश्चर्य जता रहा है कि तैरना न आने के बावजूद कैसे वह पांच किलोमीटर तक बिना डूबे पहुंच गया।