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मनरेगा से जुड़कर आत्मनिर्भर बनेंगी समूह की महिलाएं

स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए अब मनरेगा से भी जोड़ा जाएगा। कोरोना संक्रमण के संकट भरे समय को देखते हुए मनरेगा का भी दायरा बढ़ाया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Apr 2021 09:46 PM (IST)Updated: Tue, 20 Apr 2021 09:46 PM (IST)
मनरेगा से जुड़कर आत्मनिर्भर बनेंगी समूह की महिलाएं
मनरेगा से जुड़कर आत्मनिर्भर बनेंगी समूह की महिलाएं

जागरण संवाददाता, जौनपुर: स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए अब मनरेगा से भी जोड़ा जाएगा। कोरोना संक्रमण के संकट भरे समय को देखते हुए मनरेगा का भी दायरा बढ़ाया जा रहा है। स्कूलों के बंद होने की वजह से उनके पास का स्कूल ड्रेस सिलने का कार्य लगभग बंद हो गया है। ऐसे में अब इन्हें मनरेगा के तहत कार्य दिया जाएगा, जिससे उनकी गृहस्थी की गाड़ी चलती रहे। विभाग की और से इसे लेकर जरूरी औपचारिकताओं को पूरा कर लिया गया है।

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ग्राम पंचायतों में मनरेगा से हो रहे कार्यों का नागरिक सूचना पट्ट (सिटीजन इंफारमेशन बोर्ड) लगाने का जिम्मा अब इन्हीं को दिया जाएगा। निर्माण में लगने वाले खर्च की धनराशि सीधे समूहों के नाम खुले खाते में ट्रांसफर किया जाएगा। इसके लिए प्रत्येक ब्लाक में तीन-तीन समूह को प्रशिक्षित किया जा चुका है। सिटीजन इंफारमेशन बोर्ड के लिए स्वयं समूहों को साइज के हिसाब से तीन से पांच हजार रुपये का भुगतान किया जाएगा। महिलाओं को इसके लिए ग्राम्य विकास संस्थान द्वारा प्रशिक्षित किया गया है। सरकार की इस पहल पर ग्रामीण महिलाओं को स्वावलंबी बनाने में मदद मिलेगी।

दो मई के बाद योजना को मिलेगा विस्तार

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के परिणाम के बाद इस मुहिम को और बल दिया जाएगा। नागरिक सूचना पट्ट के अलावा अन्य कार्यों में भी इन्हें सहयोगी बनाया जाएगा। इसे लेकर जरूरी अन्य औपचारिकताओं को पूरा कर लिया गया है। दस मई के बाद नई प्रक्रिया के तहत कार्य की शुरुआत कर दी जाएगी। मौजूदा समय में जिले में 2628 स्वयं सहायता समूह हैं, जिसमें सक्रिय महज 1527 ही हैं। इन समूहों में 13 हजार से अधिक महिलाएं जुड़ी हैं। सभी अलग-अलग क्षेत्र में निपुण हैं। 1141 निष्क्रिय समूहों की पहचान कर इन्हें सक्रिय किए जाने की योजना पर भी संजीदगी से कार्य किया जा रहा है।

बोले अधिकारी .

वर्तमान में समूह की महिलाओं में काफी बदलाव आया है। शासन की ओर से ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकारी योजनाओं से जोड़कर कार्य कराने का निर्देश दिया गया है, जिसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। समूह की महिलाओं को ग्राम्य विकास में जोड़कर अलग-अलग कार्य दिया जाएगा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो सके।

भूपेंद्र सिंह, उपायुक्त मनरेगा।


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