आखिर कब चालू होगा विद्युत उपकेंद्र गोपालपुर
तीन साल से भवन बनकर तैयार है लेकिन गोपालपुर में तैंतीस केवीए का विद्युत उपकेंद्र अब तक चालू नहीं हो सका है। अधिशासी अभियंता से लेकर विद्युत विभाग के बड़े अधिकारियों तक ग्रामीणों ने उपकेंद्र को चालू कराने के लिए बार-बार लिखा-पढ़ी की लेकिन नतीजा ढांक के तीन पात रहा।
जागरण संवाददाता, मीरगंज (जौनपुर): तीन साल से भवन बनकर तैयार है लेकिन गोपालपुर में तैंतीस केवीए का विद्युत उपकेंद्र अब तक चालू नहीं हो सका है। अधिशासी अभियंता से लेकर विद्युत विभाग के बड़े अधिकारियों तक ग्रामीणों ने उपकेंद्र को चालू कराने के लिए बार-बार लिखा-पढ़ी की लेकिन नतीजा ढांक के तीन पात रहा। यह उपकेंद्र चालू हो जाए तो दर्जनों गांवों को बिजली के लो वोल्टेज की समस्या से निजात मिल सकती है। इतना ही नहीं सौ से अधिक गांवों में बिजली के बल्ब टिमटिमा सकेंगे। इस लेट लतीफी के पीछे ठेकेदार और विद्युत विभाग के अधिकारी की आपसी खींचातानी सबसे बड़ी वजह है।
ग्रामीण संतोष का कहना है कि उन्होंने उपकेंद्र को शुरू कराने के लिए अधिकारियों की चौखट पर अनगिनत बार दस्तक दी लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अजय कुमार यादव का कहना है कि विद्युत विभाग के अधिकारी सिर्फ जेब भरने के चक्कर में रहते हैं। विपिन जायसवाल का कहना है कि विद्युत उपकेंद्र इसलिए शुरू नहीं हो पा रहा है क्योंकि ठेकेदार और विद्युत विभाग के अधिकारियों की आपसी खींचातानी चल रही है। सारा खेल कमीशन को लेकर हो सकता है। विधायक सांसद को नहीं है कोई फिक्र
मछलीशहर के विधायक जगदीश सोनकर एवं सांसद राम चरित्र निषाद की कार्य प्रणाली से तो यही प्रतीत हो रहा है कि उनका क्षेत्र की जनता की समस्या से कोई लेना-देना नहीं है। अगर वे सक्रिय होते तो वह उपकेंद्र कब का चालू हो गया होता। विद्युत विभाग के कुछ कर्मचारियों की लापरवाही के कारण भी क्षेत्र की जनता परेशान हो रही है। समस्या अनेक, निजात एक
विद्युत उपकेंद्र जंघई से होने वाली बिजली सप्लाई से लो वोल्टेज के चलते रात में बल्ब ढिबरी में तब्दील हो जाते हैं। पंखा, टीवी, कूलर व फ्रिज तो चलते ही नहीं। लोकल फाल्ट के चलते बार-बार बिजली ट्रिप करती है। यह सारी समस्याएं हल हो सकती हैं, यदि बिजली विभाग गोपालपुर में बने उपकेंद्र से सप्लाई चालू कर दे। क्या बोले जिम्मेदार अधिकारी
विद्युत विभाग के एसडीओ मछलीशहर अमर ¨सह पटेल ने बताया कि विद्युत स्टेशन से सप्लाई शुरू होने पर ओवरलोड, लोकल फाल्ट समेत कई समस्याएं दूर हो जाएंगी। इसे जल्दी ही चालू कराने का प्रयास किया जा रहा है।