जब सफाई ही नहीं तब काहे की प्रतियोगिता
उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से सभी नगर निकायों में स्वच्छ वार्ड प्रतिस्पर्धा का आयोजन किया गया है। इसको लेकर गुरुवार को जिला मुख्यालय स्थित प्रेक्षागृह में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें सभासदों ने जब कहा कि जब वार्डो में सफाई ही नहीं है तो किस बात की प्रतियोगिता होगी। जिससे वहां मौजूद सीआरओ रामआसरे ¨सह भड़क गए, डांटकर बैठाने का प्रयास किया। इससे क्षुब्ध होकर सभासदों ने सभागार में हंगामा करते हुए बहिष्कार कर दिया। सभी ने कार्यक्रम से बाहर निकलकर प्रदर्शन भी किया।
जागरण संवाददाता, जौनपुर : उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से सभी नगर निकायों में स्वच्छ वार्ड प्रतिस्पर्धा का आयोजन किया गया है। इसको लेकर गुरुवार को जिला मुख्यालय स्थित प्रेक्षागृह में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें सभासदों ने जब यह कहा कि जब वार्डो में सफाई ही नहीं है तो किस बात की प्रतियोगिता। जिससे वहां मौजूद सीआरओ रामआसरे ¨सह भड़क गए, डांटकर बैठाने का प्रयास किया। इससे क्षुब्ध होकर सभासदों ने सभागार में हंगामा करते हुए बहिष्कार कर दिया। सभी ने कार्यक्रम से बाहर निकलकर प्रदर्शन भी किया।
जिला प्रशासन की तरफ से स्वच्छ वार्ड प्रतिस्पर्धा कार्यक्रम प्रेक्षागृह में सुबह 11.30 बजे से आयोजित होना था। यह अपने निर्धारित समय से डेढ़ घंटे देरी से एक बजे शुरू हुआ। सभागार में सभी नगर निकायों के चेयरमैन, सभासद, ईओ को उपस्थित होना था। इसमें से नगर पालिका जौनपुर, शाहगंज, मुंगराबादशाहपुर के चेयरमैन अनुपस्थित रहे। जौनपुर की चेयरमैन अस्वस्थ होने के कारण नहीं पहुंची तो ईओ अवकाश पर रहे। कार्यक्रम में लखनऊ से आए विशेषज्ञ बता रहे थे कि किस प्रकार अपने वार्ड में सूखा व गीले कूड़े को अलग रखकर सफाई को और बेहतर किया जा सकता है। इस पर कुछ सभासदों ने शिकायत किया कि वार्डो में सफाई ही नहीं है। जब कहा जाता है तो संसाधनों का रोना रोया जाता है तो किस प्रकार से प्रतिस्पर्धा होगी। सभासदों को सीआरओ ने फटकार लगाते हुए बैठने को कहा। इससे वह आक्रोशित होकर बाहर आ गए। सभासदों का आरोप है कि जनप्रतिनिधियों को स्कूली छात्र की डांटा फटकारा जा रहा है। अपनी बात नहीं रखने दी जा रही हैं ऐसे में किस प्रकार की प्रतिस्पर्धा कराई जाएगी। कार्यक्रम का बहिष्कार जौनपुर, शाहगंज, बदलापुर के अधिकतर सभासदों ने किया।
सभासद रामसूरत मौर्य ने कहा कि जनप्रतिनिधियों को खराब सफाई व्यवस्था पर बात रखने नहीं दिया जा रहा है, उल्टा फटकार लगाई जा रही है। ऐसे में कार्यक्रम का बहिष्कार किया गया।