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संदिग्ध परिस्थिति में लापता संत 16 घंटे बाद प्रतापगढ़ में मिले

सिकरारा थाना क्षेत्र समसपुर (खपरहां) गांव स्थित आश्रम के संत शनिवार की रात रहस्यमय स्थितियों में लापता हो गए। उनका अपहरण किए जाने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस मुकदमा दर्ज कर छानबीन में जुटी हुई है।सिकरारा थाना क्षेत्र समसपुर (खपरहां) गांव स्थित आश्रम के संत शनिवार की रात रहस्यमय स्थितियों में लापता हो गए। उनका अपहरण किए जाने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस मुकदमा दर्ज कर छानबीन में जुटी हुई है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 Nov 2019 10:38 PM (IST)Updated: Mon, 25 Nov 2019 06:04 AM (IST)
संदिग्ध परिस्थिति में लापता संत 16 घंटे बाद प्रतापगढ़ में मिले
संदिग्ध परिस्थिति में लापता संत 16 घंटे बाद प्रतापगढ़ में मिले

े जागरण संवाददाता, बरईपार (जौनपुर): सिकरारा थाना क्षेत्र के समसपुर (खपरहां) गांव स्थित आश्रम के संत शनिवार की रात संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गये। सर्विलांस पर मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने दिन में तीन बजे प्रतापगढ़ के भूपियामऊ के पास घायल अवस्था में बरामद किया। उन्हें प्रतापगढ़ जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। जहां गंभीर हालत में उन्हें प्रयागराज एसआरएन अस्पताल रेफर कर दिया गया। घटना को लेकर उनके अनुयायियों में आक्रोश व्याप्त है।

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उक्त गांव स्थित मां दुर्गा मंदिर परिसर में संत बाबा रामदास का आश्रम है। मूलत: गोवा निवासी संत रामदास करीब 50 साल पहले बाल्यावस्था में समसपुर (खपरहां) आए और संन्यास लेकर यहीं रह गए। उन्होंने मंदिर परिसर में आश्रम बना लिया। अक्सर संत रामदास आश्रम में अकेले सोते थे। यदा-कदा गांव का कोई व्यक्ति या सेवक भी रात में रुक जाता था। शनिवार की रात आमदिनों की तरह वह अकेले आश्रम में सोए थे। रविवार की सुबह ग्रामीण मंदिर पर पहुंचे तो संत गायब मिले। उनके वस्त्र, चप्पल, कमंडल व पूजा-पाठ के अन्य सामान आश्रम में यथास्थान पड़े थे। ग्रामीणों ने आस-पास काफी तलाश किया लेकिन उनका कोई सुराग नहीं मिला। गांव में संत रामदास के गायब होने की खबर जंगल में आग की तरह फैल गई। बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर जुट गए। पुलिस को सूचना दी गई। थानाध्यक्ष निरीक्षक विनय प्रकाश सिंह व बरईपार चौकी प्रभारी विनोद सचान सहयोगियों के साथ मौके पर आ गए। पुलिस को पूछताछ में ग्रामीण जय प्रकाश सिंह व भानु प्रताप सिंह ने बताया कि देररात बोलेरो आश्रम पर आयी थी। उसके पहिए के निशान भी मिले लेकिन किसी को कुछ नहीं पता कि आश्रम में क्या हुआ। ग्रामीणों का आरोप है कि कुछ दिनों पूर्व एक दंपती आश्रम में दर्शन के लिए आए थे। संत रामदास के 20 हजार रुपये, एटीएम व आधार कार्ड लेकर फरार हो गए थे। दंपती ने संत रामदास को उठवा लेने की धमकी भी दी थी। उनके अपहरण की खोजबीन में लगी पुलिस को सर्विलांस के जरिए प्रतापगढ़ में होने की जानकारी मिली। प्रतापगढ़ पहुंची पुलिस ने भूमियामऊ के पास घायलावस्था में बरामद किया। गंभीर रूप से घायल संत को प्रतापगढ़ जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर हालत में उन्हें प्रयागराज एसआरएन रेफर कर दिया गया। अपहरण में तीन आरोपित नामजद संत रामदास के अपहरण के मामले में उनके सेवक राधेश्याम की तहरीर पर सिकरारा पुलिस ने तीन नामजद आरोपितों संतोष सिंह, रागिनी सिंह व संदीप सिंह निवासी ढेमा थाना बदलापुर के विरुद्ध अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लिया है। हालांकि पुलिस व उनके अनुयायियों को अब संत स्वस्थ होने के बाद बयान दिए जाने का इंतजार है।


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