चार साल में भी शहरी गरीबों को नहीं मिल सकी छत
नगरीय विकास अभिकरण की तरफ से सपा सरकार में आसरा आवास योजना-इन-सीटू के तहत गरीबों को आवास देने की योजना है। इसके तहत ऐसे शहरी गरीबों का चयन किया गया जिनके पास भूमि तो हैं लेकिन भवन बनाने में सक्षम नहीं है। नगर पालिका परिषद जौनपुर में 41 भवनों का निर्माण तो शुरू हुआ लेकिन आज तक पूर्ण नहीं हो सका। इसे कार्यदायी संस्था की लापरवाही कहे या बजट का रोड़ा। केवल 50 फीसद ही कार्य पूरा हुआ। द्वितीय किस्त जारी होने के बाद अब निर्माण कार्य शुरू होने का इंतजार किया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, जौनपुर : नगरीय विकास अभिकरण की तरफ से सपा सरकार में आसरा आवास योजना-इन-सीटू के तहत गरीबों को आवास देने की योजना है। इसके तहत ऐसे शहरी गरीबों का चयन किया गया, जिनके पास भूमि तो है लेकिन भवन बनाने में सक्षम नहीं है। नगर पालिका परिषद जौनपुर में 41 भवनों का निर्माण तो शुरू हुआ लेकिन आज तक पूर्ण नहीं हो सका। इसे कार्यदायी संस्था की लापरवाही कहें या बजट का रोड़ा। केवल 50 फीसद ही कार्य पूरा हुआ। द्वितीय किस्त जारी होने के बाद अब निर्माण कार्य शुरू होने का इंतजार किया जा रहा है।
सपा सरकार में डूडा के तहत आसरा इन सीटू योजना की शुरुआत हुई थी। इसमें नगर पालिका परिषद जौनपुर के कुल 41 पात्रों का चयन करके आवास तैयार करके देना था। इसके लिए शासन से 2.28 करोड़ रुपये स्वीकृत भी हुआ। इसमें पहली किस्त के रूप में डूडा की तरफ से कार्यदायी संस्था को 1.14 करोड़ रुपये दिए गए। जिसमें 50 फीसद कार्य पूर्ण हो गया। धीमी गति से काम होने के कारण पहली किस्त के काम की जांच होने के बाद दूसरी किस्त के रूप में शासन से पुन: 1.14 करोड़ रुपये प्राप्त हुए। इसमें कार्यदायी संस्था को एक करोड़ रुपये का भुगतान किया गया, जबकि 14 लाख रुपये सिक्योरिटी मनी के रूप में रखा गया है। द्वितीय किस्त का बजट मिलने के बाद कार्यदायी संस्था द्वारा जल्द काम शुरू किया जाना है। इसमें एक भवन पर 3.80 लाख रुपये खर्च किए जा रहे है। डूडा की मानें तो अभी केवल फाउंडेशन तैयार करके दिया गया है। काम शुरू कराके अगस्त में कार्यदायी संस्था को हैंडओवर करके देना है।
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नगर पालिका परिषद जौनपुर में 41 गरीब पात्रों का भवन बनना है। इसमें एक भवन पर 3.80 लाख रुपये खर्च किया जाना है। इसके सापेक्ष महज प्रथम किस्त के रूप में 1.14 करोड़ रुपये दिए गए। इसमें 50 फीसद कार्य पूर्ण हुआ है। अभी फाउंडेशन का काम हुआ है। इसके अलावा द्वितीय किश्त में एक करोड़ रुपये दिया गया है।
-अनिल कुमार-पीओ-डूडा