यूपी बोर्ड की कापियां बनी एटीएम
यूपी बोर्ड की कापियां एटीएम की तरह पैसा उगल रही हैं। हरे-गुलाबी नोटों की सूरत निहार जहां कठिन विषयों के शिक्षकों की बाछें खिल गईं वहीं आसान विषयों की कापी जांच रहे परीक्षक साथी परीक्षक को नोट पाते देख ईष्र्या कर रहे हैं। चर्चा है कि बोर्ड की कापियों से अब तक हजारों रुपया निकल चुका है। हालांकि मूल्यांकन कार्य अब अंतिम दौर में है।
जागरण संवाददाता, जौनपुर: यूपी बोर्ड की कापियां एटीएम की तरह पैसा उगल रही हैं। हरे-गुलाबी नोटों की सूरत निहार जहां कठिन विषयों के शिक्षकों की बाछें खिल गईं, वहीं आसान विषयों की कापी जांच रहे परीक्षक साथी परीक्षक को नोट पाते देख ईष्र्या कर रहे हैं। चर्चा है कि बोर्ड की कापियों से अब तक हजारों रुपया निकल चुका है। हालांकि मूल्यांकन कार्य अब अंतिम दौर में है।
मूल्यांकन करके बाहर निकलते ही परीक्षकों की जुबान पर हरे- गुलाबी नोटों की चर्चा शुरू हो जाती है। गणित, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, अंग्रेजी जैसे कठिन विषयों का मूल्यांकन करने वाले परीक्षकों के अनुसार कई परीक्षकों को पारिश्रमिक से अधिक रुपया उन्होंने कापियों में ही प्राप्त कर लिया। सभी मूल्यांकन केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। किस शिक्षक की कापी में क्या निकल रहा है, यह साथी परीक्षक भी देख रहे हैं। रुपये निकलने की बात को अपनी-अपनी तकदीर माना जा रहा है। कार्रवाई के भय से कोई इसकी सूचना केंद्रों पर तैनात उपनियंत्रक या पर्यवेक्षक तक नहीं पहुंचा रहा है।
शहर के एक केंद्र पर कापी जांचकर बाहर निकले परीक्षक ने बताया कि इस वर्ष सभी विषयों का एक ही प्रश्नपत्र होने से मूल्यांकन कार्य करने में शुरू में कठिनाई हुई। पहले जहां पचास नंबर की कापियों का मूल्यांकन किया जाता था अब सौ नंबर की करना पड़ रहा है। माना जा रहा है कि सरकार द्वारा परीक्षा केंद्रों पर सख्ती के आदेश व कमरों में वायस रिकार्डर के साथ सीसी टीवी कैमरा के चलते नकल नहीं हो सकी तो परीक्षार्थियों ने नंबर पाने के लिए बोर्ड की कापियों में रुपया लगा दिया है। कुछ केंद्रों पर इस तरह की भी कापियां मिल रही है जहां कापियों में स्टेपलर पिन, टेप व पिन लगा हुआ है पर उसमें से नोट निकाल लिया गया है। ऐसी कापियों का मूल्यांकन करने वाले परीक्षक के बगल मूल्यांकन कर रहे परीक्षक उन परीक्षा केंद्रों की चर्चा कर खूब चुटकी ले रहे हैं।