स्नातक को 37.07 तो शिक्षक एमएलसी के लिए 72.47 फीसद पड़े वोट
जागरण संवाददाता जौनपुर वाराणसी खंड स्नातक व शिक्षक एमएलसी के लिए मंगलवार को जिले में श
जागरण संवाददाता, जौनपुर : वाराणसी खंड स्नातक व शिक्षक एमएलसी के लिए मंगलवार को जिले में शांतिपूर्ण मतदान हुआ। इस दौरान स्नातक के लिए 37.07 तो शिक्षक एमएलसी के लिए 72.47 फीसद मतदान हुआ। 22 मतदान केंद्रों पर सुबह आठ से शाम पांच बजे तक मतदान हुआ। मतदान करने के लिए बूथों पर पहुंचने वाले मतदाताओं को कोविड-19 का पालन कराया गया। इस दौरान पुलिस की पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। मतदान में शिक्षकों ने ज्यादा रुचि दिखाई।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था व कोविड-19 का पालन करते हुए शुरू हुए मतदान में शुरू से ही शिक्षक मतदाताओं ने मतदान के प्रति जागरूकता दिखाई दे रही थी। जिससे उनके बूथ पर भीड़ अधिक रही। वहीं स्नातक मतदाता कम ही निकले। जिले में शिक्षक एमएलसी के छह हजार 706 मतदाताओं में से चार हजार 860 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, वहीं स्नातक एमएलसी के 48 हजार 418 मतदाता हैं, इसमें से 17 हजार 948 मतदाताओं ने वोट डाले। चुनाव के सकुशल संचालन के लिए असिस्टेंट रिटर्निंग आफिसर दिनेश कुमार सिंह व पुलिस अधीक्षक राज करन नय्यर ने कलेक्ट्रेट समेत अन्य मतदान केंद्र का निरीक्षण किया। मतदान को सकुशल संपन्न कराने के लिए जिले में नौ जोनल व 22 सेक्टर मजिस्ट्रेट लगाए गए थे। जो सभी 21 ब्लाकों के साथ ही कलेक्ट्रेट को मिलाकर बने 22 मतदान केंद्रों के 94 बूथों पर पूरे दिन निरीक्षण करते रहे। मतदान के लिए सोमवार की शाम को ही सभी पोलिग पार्टियां शिक्षक एमएलसी के लिए बने 22 व स्नातक के लिए बने 72 बूथों पर पहुंच गई थीं। जहां सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक शांतिपूर्ण मतदान हुआ। इसके बाद मतपेटिका को सील करके स्ट्रांग रूम में वाराणसी भेज दिया गया। जहां तीन दिसंबर को मतों की गणना की जाएगी। कोविड-19 का हुआ पालन
सभी बूथों पर कोविड-19 हेल्प डेस्क बनाया गया था। यहां पर मतदाताओं की थर्मल स्कैनर से तापमान की जांच की जा रही थी। इसके साथ ही सैनिटाइजर से हाथ सैनिटाइज कराने के बाद ग्लब्स देकर मतदान कराया जा रहा था। फर्जी मतदान की शिकायत
मछलीशहर (जौनपुर): ब्लाक पर बने बूथ 152 अ में फर्जी मतदान होने की शिकायत मेदपुर बनकट निवासी उत्मेश उपाध्याय के बाद अफरी-तफरी मच गई। पार्टी के लोगों ने मामले में पीठासीन अधिकारी पर जब धांधली करने का आरोप लगाया तो मामला बढ़ता देख अधिकारी ने टेंडर वोट डलवाकर मतदाता को संतुष्ट किया।
दोपहर बाद जब मेदपुर बनकट गांव का मतदाता मतदान करने पहुंचे तो बूथ पर पीठासीन अधिकारी ने उनका मतदान हो जाने की बात कहते हुए वापस लौटा दिया। बाहर आकर वे अपने समर्थकों को मामले की जानकारी दिए, तो लोग तत्काल मतदान केंद्र में जाकर पीठासीन अधिकारी को वास्तविक मतदाता द्वारा मतदान नहीं करने का साक्ष्य देते हुए मतदान कराने का दबाव बनाया। फर्जी मतदान की शिकायत चुनाव आयोग में करने की बात कही। अंतत: मामला बढ़ता देख मतदान कर्मियों ने टेंडर वोट डलवाकर मतदाता को संतुष्ट किया। तब जाकर मामला शांत हुआ।