दो दशक की साख, दो पल में हुई खाक
अयोध्या में राम मंदिर आंदोलन की अगुवाई करने वाले चिन्मयानंद की छात्रा से दुष्कर्म के मामले में गिरफ्तारी के बाद उनकी साख को जबरदस्त झटका लगा है।
जागरण संवाददाता, जौनपुर: अयोध्या में राम मंदिर आंदोलन की अगुवाई करने वाले चिन्मयानंद की छात्रा से दुष्कर्म के मामले में गिरफ्तारी के बाद उनकी साख को जबरदस्त झटका लगा है। विहिप व भाजपा के बड़े नेताओं में शुमार चिन्मयानंद की जौनपुर सियासी कर्मभूमि रही है। यह उनके बड़े कद व रसूख का ही तकाजा रहा कि डेढ़ दशक से यहां की सक्रिय राजनीति में हाशिए पर रहने के बावजूद उनके समर्थकों की अच्छी खासी तादाद है। वे 1998 में मछलीशहर लोकसभा से भाजपा के सांसद चुने गए। इसके बाद 1999 में क्षेत्र बदलकर भगवा खेमे ने उन्हें जौनपुर लोकसभा क्षेत्र से उतारा। इस चुनाव में विजेता बनकर वे न केवल जिले की राजनीति की धुरी बन गए बल्कि तत्कालीन अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में आडवाणी के नायब के रूप में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जैसे अहम दायित्व को भी संभाला।इसके बाद यहां उनके समर्थकों की काफी लंबी फेहरिश्त हो गई।
2004 में चुनाव हारने के बाद भले ही उन्हें जनता के प्रतिनिधित्व का मौका नहीं मिला लेकिन उनका गाहे-बगाहे यहां आना-जाना लगा रहा। शाहजहांपुर में एक छात्रा के यौन शोषण का आरोप उन पर लगा। जिसमें शुक्रवार को उसी मामले में गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थक जहां निराश हैं वहीं विपक्ष इसे लेकर हमलावरहो गए हैं।
हालांकि उन पर लगे आरोप में कितनी सच्चाई है यह तो जांच का विषय है लेकिन गिरफ्तारी के बाद यहां उनकी दो दशक पुरानी साख दो पल में मटियामेट हो गई। गिरफ्तारी के बाद पूरे दिन जिले में चर्चाओं का बाजार गर्म रहा। कई सांसदों का विवादों से रहा है नाता
जौनपुर: इस जनपद के मछलीशहर व जौनपुर लोकसभा क्षेत्र से पहले भी चुने गए कई सांसदों का विवादों से नाता रहा है। कोई लोकसभा में प्रश्न पूछने के मामले को लेकर हुए स्टिग आपरेशन में फंसने के कारण चर्चाओं में था तो कोई किसी गैर कानूनी कृत्य में आरोपित किए जाने को लेकर सुर्खियों में रहा। शाहजहांपुर की एक छात्रा के यौन शोषण के मामले में जब जौनपुर व मछलीशहर क्षेत्र से सांसद रह चुके चिन्मयानंद की गिरफ्तारी हुई तो अन्य सांसद रह चुके लोगों से जुड़े मामले भी अनायास ही लोगों की जुबान पर आ गए।