पूविवि : टाइम मशीन से देख सकेंगे भूत व भविष्य
प्रख्यात भौतिकविद एवं केंद्रीय विश्वविद्यालय महेंद्रगढ़ हरियाणा के प्रोफ़ेसर नवल किशोर ने कहा कि उन्होंने कहा कि आने वाले समय में हम टाइम मशीन से अपने भूत और भविष्य को देख सकेंगे। इस मशीन को निर्मित करने के लिए वैज्ञानिकों को सभी अवयव पता है और एक न एक दिन यह संभव हो जाएगा।
जागरण संवाददाता, मल्हनी (जौनपुर): प्रख्यात भौतिकविद एवं केंद्रीय विश्वविद्यालय महेंद्रगढ़ हरियाणा के प्रोफ़ेसर नवल किशोर ने कहा कि उन्होंने कहा कि आने वाले समय में हम टाइम मशीन से अपने भूत और भविष्य को देख सकेंगे। इस मशीन को निर्मित करने के लिए वैज्ञानिकों को सभी अवयव पता है और एक न एक दिन यह संभव हो जाएगा। यह बातें उन्होंने मंगलवार को पूर्वांचल विश्वविद्यालय के विश्वेश्वरैया सभागार में प्रोफेसर स्टीफन हॉकिस ,यूएसए के टाइम मशीन पर पुस्तक Xह्नह्वश्रह्ल;ए ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ टाइम पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि अल्बर्ट आइंस्टीन ने एक समीकरण दिया था जिसमें भार को ऊर्जा में बदल सकते हैं जोकि सापेक्षता के सिद्धांत पर आधारित थी। इस सिद्धांत में अल्बर्ट आइंस्टीन ने बताया कि कोई भार लाइट की गति से ज्यादा तेज नहीं चल सकता और भार से ऊर्जा पैदा की जा सकती है पर इस सिद्धांत पर उनको नोबेल प्राइज नहीं दिया गया, बल्कि फोटो इलेक्ट्रिक इफेक्ट पर नोबेल पुरस्कार दिया गया। प्रोफेसर नवल किशोर ने कहा कि समय यंत्र से हम भूत काल और भविष्य काल में घूम सकते हैं। उन्होंने बताया कि कोई जुड़वा बच्चों में से एक बच्चा समय यंत्र से 10 साल भूतकाल में घूम कर आता है तो दोनों जुड़वा बच्चों की आयु सामान नहीं रहेगी क्योंकि दोनों का समय अलग अलग रहेगा।