अलौकिक प्रतिभा के धनी थे बाबू राम सूरत ¨सह
क्षेत्र में दीन-दुखी व असहायों की सेवा में हमेशा तत्पर रहने वाले बाबू राम सूरत ¨सह अछ्वुत अलौकिक प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय कदम उठाया। उक्त बातें प्राचार्य हरि ¨सह ने मंगलवार को सहदेव इंटर कालेज के संस्थापक की जयंती समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कही।
जागरण संवाददाता, रामपुर (जौनपुर): क्षेत्र में दीन-दुखी व असहायों की सेवा में हमेशा तत्पर रहने वाले बाबू राम सूरत ¨सह अछ्वुत अलौकिक प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय कदम उठाया। उक्त बातें प्राचार्य हरि ¨सह ने मंगलवार को सहदेव इंटर कालेज के संस्थापक की जयंती समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कही।
उन्होंने कहा कि बाबू राम सूरत ¨सह के सामाजिकता का सबसे बड़ा प्रतीक इस अति पिछड़े क्षेत्र में सहदेव इंटर कालेज की स्थापना है। यहां सर्व समाज के छात्र-छात्राएं लाभांवित हो रहे हैं। आलम यह था लड़के तो किसी प्रकार से दूर-दराज इंटर कालेजों में पढ़ लेते थे पर बालिकाएं अशिक्षित रह जाती थीं। आज उन्हीं की प्रेरणा की देन है कि इस इंटर कालेज के बगल में पुत्र द्वारा उनके नाम से महाविद्यालय की स्थापना किया गया। क्षेत्र की बालिकाओं को प्राइमरी से लेकर उच्च शिक्षा के लिए कहीं नहीं भटकना पड़ रहा है।
विशिष्ट अतिथि के डा. ज्ञान प्रकाश ¨सह ने छात्र-छात्राओं से आवाह्न किया कि वह कड़ी मेहनत करें साथ ही प्रत्येक कार्यो को राष्ट्रहित को ²ष्टिगत रखते हुए करें, निश्चित रूप से इससे उनका व देश का विकास होगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता लाल चंद पांडेय व संचालन विजय बहादुर ¨सह ने किया। आगंतुकों के प्रति आभार प्रधानाचार्य डा. संत प्रसाद मिश्र और धन्यवाद ज्ञापन प्रबंधक सत्यप्रकाश सिहं (दिलीप) ने किया। इस अवसर पर शिवशंकर गुप्ता, राकेश यादव, त्रिभुवन पांडेय, सर्वेश ¨सह, दीप नारायण ¨सह, विष्णु ¨सह सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुरूआत संस्थापक के मूर्ति पर माल्यार्पण के पश्चात हुआ इस अवसर पर छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।