बेटी को बंधक बनाकर धर्मांतरण का दबाव
ईसाई मिशनरियों के धर्मांतरण की गतिविधियों पर प्रशासन व ¨हदूवादी संगठनों की सक्रियता के बाद पीड़ित भी मुखर होने लगे हैं। मंगलवार को सदर तहसील में संपूर्ण समाधान दिवस में पहुंची अनुसूचित जाति की एक महिला ने प्रार्थना पत्र देकर गांव के ही एक सौ से ज्यादा लोगों पर गंभीर आरोप लगाए।
जागरण संवाददाता, जौनपुर: ईसाई मिशनरियों के धर्मांतरण की गतिविधियों पर प्रशासन व ¨हदूवादी संगठनों की सक्रियता के बाद पीड़ित भी मुखर होने लगे हैं। मंगलवार को सदर तहसील में संपूर्ण समाधान दिवस में पहुंची अनुसूचित जाति की एक महिला ने प्रार्थना पत्र देकर गांव के ही एक सौ से ज्यादा लोगों पर गंभीर आरोप लगाए। कहा कि उसकी बेटी को बंधक बनाकर पूरे परिवार पर ईसाई धर्म अपनाने के लिए दबाव डाला जा रहा है। ऐसा न करने पर पूरे परिवार को जान से मार डालने की धमकी भी दी जा रही है।
जिलाधिकारी को संबोधित एसडीएम सदर मंगलेश दुबे को दिए गए प्रार्थना पत्र में लाइन बाजार थाना के कुद्दूपुर बच्छे गांव की गीता देवी पत्नी सरोज चौहान ने आरोप लगाया है कि गांव का राजेंद्र चौहान ईसाई मिशनरी का एजेंट है। गांव के 120 से अधिक महिलाएं व पुरुष ईसाई धर्म के प्रचार-प्रसार व जबरन धर्मांतरण में उसका सहयोग करते हैं। उसकी बेटी (22) उनके बहकावे में आकर गत 28 जुलाई को ईसाई धर्म सभा में हिस्सा लेने गई थी। वापस नहीं लौटी। काफी खोजबीन के बाद भी उसका पता नहीं चल सका है। पूछने पर आरोपित धमकी देते हैं कि यदि सपरिवार ईसाई धर्म नहीं अपनाया तो तुम्हारी बेटी के साथ बुरा होगा। आते-जाते समय छोटी बेटी को भी अश्लील इशारे करते हुए पूरे परिवार को जान से मार डालने की धमकी देते हैं। प्रार्थना पत्र में यह भी आरोप लगाया गया है कि आरोपित लोग गुमराह कर ¨हदू देवी-देवताओं के अपमान के लिए प्रेरित करते हैं। उनके द्वारा रसायन मिलाकर दिए गए पानी के पीने से लोगों के स्वास्थ्य पर भी विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। महिला ने अपनी 12 बिस्वा जमीन पर भी उनके द्वारा कब्जा कर लिए जाने का आरोप लगाया है। उसने प्रशासन से आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की है। इस मौके पर विश्व ¨हदू परिषद के कई पदाधिकारी व कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।