एफआइआर दर्ज कर हाथ पर हाथ धरे बैठी है पुलिस
पुलिस अधीक्षक के आदेश पर सरायख्वाजा थाना पुलिस दुष्कर्म करने व अश्लील वीडियो बना लेने के आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के बाद हाथ पर हाथ धर कर बैठ गई है। एसपी से लेकर मुख्यमंत्री तक पीड़िता के फरियाद लगाने के बावजूद आरोपित के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं हुई।
जागरण संवाददाता, जौनपुर: पुलिस अधीक्षक के आदेश पर सरायख्वाजा थाना पुलिस दुष्कर्म करने व अश्लील वीडियो बना लेने के आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के बाद हाथ पर हाथ धर कर बैठ गई है। एसपी से लेकर मुख्यमंत्री तक पीड़िता के फरियाद लगाने के बावजूद आरोपित के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं हुई। पीड़िता का आरोप है कि आरोपित अध्यापक व उसके साथी वीडियो वॉयरल करने की धमकी देते खुलेआम टहल रहे हैं।
शहर कोतवाली क्षेत्र की एक विवाहिता ने तीन जून तत्कालीन एसपी केके चौधरी से मिलकर आपबीती सुनाई। आरोप लगाया कि विकास खंड धर्मापुर के प्राथमिक विद्यालय मुहम्मदपुर कांध में तैनात अध्यापक अभिनव चित्रांश निवासी विशेषरपुर ने नौकरी दिलाने का झांसा देकर उससे तीस हजार रुपये ले लिए। नौकरी न मिलने पर रुपये लौटाने के लिए दबाव बनाने पर उसे 18 मई को पूर्वांचल विश्वविद्यालय के पास बुलाया। उसे एक कमरे में ले जाकर पिस्टल के बल पर आतंकित कर उसके साथ दुष्कर्म किया और वीडियो बना लिया। उसने आरोपित की सहयोगी के तौर पर दो महिलाओं का भी नाम बताया। एसपी के आदेश पर सरायख्वाजा थाने में तीनों के विरुद्ध सात जून को मुकदमा दर्ज कर लिया गया। पीड़िता का आरोप है कि विवेचक एसआई अनिल मिश्र ने पीड़िता मेडिकल कराने, सीडी बनाने व कोर्ट में बयान दर्ज कराने में लंबा समय लगा दिया। अब आरोपित से मिलकर दस-बीस हजार लेकर सुलह-समझौता के लिए दबाव बना रहे हैं। उसने 13 अगस्त को मुख्यमंत्री व पुलिस अधीक्षक व 31 अगस्त को आईजी वाराणसी को पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाई लेकिन अब तक आरोपितों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। आरोपितों की धमकी से डरकर उसने अपना आवास तक बदल दिया है।