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रिटायर्ड फौजी की हत्या का कारण पुरानी रंजिश मान रही पुलिस

केराकत कोतवाली क्षेत्र के मथुरापुर (विसेनपुर) में रिटायर्ड फौजी कैप्टन अशोक सिंह (56) की सोमवार की शाम गोली मारकर हत्या की वारदात को पुलिस आपसी रंजिश का नतीजा मानते हुए छानबीन में जुटी हुई है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 10 Dec 2019 10:25 PM (IST)Updated: Wed, 11 Dec 2019 06:04 AM (IST)
रिटायर्ड फौजी की हत्या का कारण पुरानी रंजिश मान रही पुलिस
रिटायर्ड फौजी की हत्या का कारण पुरानी रंजिश मान रही पुलिस

जागरण संवाददाता, थानागद्दी (जौनपुर): केराकत कोतवाली क्षेत्र के मथुरापुर (विसेनपुर) में रिटायर्ड फौजी कैप्टन अशोक सिंह (56) की सोमवार की शाम गोली मारकर हत्या की वारदात को पुलिस आपसी रंजिश का नतीजा मानते हुए छानबीन में जुटी है। इस मामले में पहाड़ी पट्टी व औवार गांवों के पांच संदिग्धों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है।

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शाम करीब सात बजे घर से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर मथुरापुर में पेट्रोल पंप के पास स्थित अपनी आटोपार्ट्स की दुकान बंद कर बाइक से घर लौटते समय विसेनपुर के पास सुनसान स्थान पर घात लगाए दो बाइक पर सवार तीन बदमाशों ने अशोक सिंह के सीने में गोली मार दी थी। गोली की आवाज सुनकर मौके पर लोग पहुंचे तो अशोक सिंह को सड़क पर लहूलुहान लुढ़का पाया। स्वजन उन्हें वाराणसी के एक निजी अस्पताल में ले गए जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था। शव लेकर आए तो पुलिस ने रात में ही पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

रात 11 बजे एसपी अशोक कुमार व एएसपी (सिटी) डा. एके पांडेय ने मौका मुआयना करने के बाद केराकत कोतवाली में मौजूद मृतक के बेटे रितेश सिंह से पूछताछ की। रितेश सिंह की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया। इसमें हत्या का कारण पुरानी रंजिश दिखाई गई है। तहरीर में आशंकावश एक व्यक्ति के नाम का जिक्र किया गया है जिससे करीब साल भर पहले विवाद हुआ था। पुरानी रंजिश में ही हत्या होना मानते हुए छानबीन में जुटी पुलिस ने पहाड़पट्टी व औवार गांव के पांच संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। घर में मचा कोहराम

सेना के जांबाज जवान अशोक सिंह की हत्या से घर में कोहराम मचा हुआ है। परिजनों के करुण-क्रंदन से पूरे गांव का माहौल गमगीन हो गया है। उनके पिता बलराम सिंह व माता विमला, पत्नी सावित्री देवी व परिवार के अन्य सदस्यों की आंखों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहा है। उनके दो पुत्रों में बड़ा मनीष सिंह इंदौर में प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है। छोटा रितेश सिंह पढ़ाई कर रहा है। शांति सेना में श्रीलंका गए अशोक सिंह ने कारगिल युद्ध में भी हिस्सा लिया था। सरल व मिलनसार स्वभाव अशोक सिंह का किसी से कोई खास विवाद नहीं था।


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