ब्लैक स्पाटों की अनदेखी व सड़कों की खस्ताहाली से हो रहे ज्यादा हादसे
जागरण संवाददाता जौनपुर जर्जर व निर्माणाधीन सड़कें भी हादसों की बड़ी वजह बन रही हैं। क
जागरण संवाददाता, जौनपुर : जर्जर व निर्माणाधीन सड़कें भी हादसों की बड़ी वजह बन रही हैं। कुछ ऐसा ही हाल लखनऊ-वाराणसी फोरलेन का है। संकेतकों के अभाव में रात में इस रास्ते जोखिम भरा है। सर्विस लेन शुरू करने में भी उदासीनता बरती जा रही है। अन्य मार्गो पर ब्लैक स्पाट तो चिन्हित कर लिए गए, लेकिन दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए कोई कारगर उपाय नहीं किए जा सके हैं। ग्रामीण मार्गों की स्थिति तो और खराब है। इस वर्ष अक्टूबर माह तक महज फोरलेन पर हुए 710 सड़क दुर्घटनाओं में कइयों ने अपनी जान गंवाई। सर्विस लेन नहीं बनने से बढ़ी दुर्घटनाएं
लखनऊ-वाराणसी फोरलेन मार्ग के नौपेड़वा के समीप नौपेड़वा-गोरियापुर मोड़ पर सर्विस लेन बनाया जाना है, लेकिन यह अभी तक पूरा नहीं हो सका है। यहां एक स्कूली छात्रा समेत कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। किसी भी हादसे के बाद यहां सर्विस लेन बनाने की बात तो कही जाती है, लेकिन बीते एक वर्ष में अभी तक यह पूर्ण नहीं हो सका। सड़क हादसे दे चुके हैं गहरे जख्म..
नदी में जीप गिरने से 11 लोगों की गई थी जान
बक्शा थाना क्षेत्र के दरियावगंज के ग्रामीणों से भरी जीप के एक मार्च 2013 को अनियंत्रित होकर जलालपुर सई नदी में गिर जाने से 11 लोगों की मौत हुई थी। ग्रामीण बेनीराम यादव की अंत्येष्टि कर वाराणसी से लौट रहे थे। ट्रक-आटो की टक्कर में 11 की गई थी जान
23 मार्च 2018 को फतनपुर थाना क्षेत्र में जगतपुर मोड़ पर ट्रक-आटो की टक्कर में 11 लोगों की मौत हो गई थी। मृतक मुंगराबादशाहपुर क्षेत्र के गौरैयाडीह गांव के निवासी थे, जो निशान लेकर प्रतापगढ़ जनपद के बेर्रा सुल्तानपुर गांव जा रहे थे।
एक ही साथ नौ लोग समाए थे काल के गाल में
14 जून 2017 को इलाहाबाद से गोरखपुर जा रही रोडवेज की बस सई नदी स्थित बरगुदर पुल की खाई में गिर गई थी। इस हादसे में नौ लोगों की मौत हो गई थी। कई घायल हुए थे। जीप पलटने से चार दर्शनार्थियों की गई थी जान
9 मई 2018 की रात मड़ियाहूं क्षेत्र के सरौना गांव के पास मोहम्मदाबाद मऊ से दर्शनार्थियों से भरी जीप व ट्रक की टक्कर में चार लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 12 दर्शनार्थी घायल हुए थे। एक साथ सात की गई थी जान
11 दिसंबर 2016 को गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के केशवपुर रेलवे क्रासिग के पास पिकअप व अनुबंधित रोडवेज बस की आमने-सामने टक्कर में सात लोगों की मौत हुई थी, जबकि चार लोग घायल हुए थे। सभी अंतिम संस्कार कर लौट रहे थे। इन रास्तों पर यह हैं ब्लैक स्पाट..
वाराणसी-लखनऊ राजमार्ग पर..
-इजरी जलालपुर पुल के पास।
- त्रिलोचन में।
-महरूपुर मोड़।
-कलीचाबाद।
-सवंसा मोड़।
-टिकरी मोड़।
-धनियामऊ पुल।
-मिरसादपुर।
-पुरानी बाजार, बदलापुर।
-पहितियापुर प्रयागराज-जौनपुर राजमार्ग..
-बरगुदर पुल।
-सीहीपुर।
-खाकोपुर। यह प्रयोग भी बनेंगे मददगार
-वाहन तेज रफ्तार से बिल्कुल न चलाएं।
-डीपर का प्रयोग करें।
-सड़क किनारे बेतरतीब वाहन न खड़ा करें। व्यवस्थित की जा रहीं सड़कें
अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी राधाकृष्ण कहते हैं कि अधिकांश सड़कों को दुरुस्त करा दिया गया है। गड्ढामुक्ति अभियान के तहत बची रह गई सड़कों को भी ठीक कराया जा रहा है। इसके साथ ही अनिवार्य रूप से संबंधित सड़कों पर संकेतक लगवाया गया है। दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सड़क की डिजाइन में भी बदलाव किया जा रहा है। वाराणसी फोरलेन के नौपेड़वा-गोरियापुर सर्विस लेन का कार्य पूर्ण करने को कहा गया था। यह क्यों नहीं हुआ इसके बारे में जानकारी ली जाएगी। जरूरी स्थानों पर संकेतक लगवाए जा रहे हैं।
-जतिन लखमनी, डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर, एनएचआइ।