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चार माह में नहीं हो सका शिक्षकों का चयन

आधी छोड़ पूरी को धावे आधी मिले न पूरी पावे। कुछ ऐसा ही हाल है अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का। शिक्षण सत्र शुरू हुए चार माह बीत गए अभी तक अधिकांश स्कूलों में मानक के अनुसार शिक्षकों का चयन नहीं किया गया है। अभिभावक बच्चों का दाखिला कराकर अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 10 Aug 2019 11:42 PM (IST)Updated: Sun, 11 Aug 2019 12:02 AM (IST)
चार माह में नहीं हो सका शिक्षकों का चयन
चार माह में नहीं हो सका शिक्षकों का चयन

जागरण संवाददाता, जौनपुर: 'आधी छोड़ पूरी को धावे, आधी मिले न पूरी पावे।' कुछ ऐसा ही हाल है अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का। शिक्षण सत्र शुरू हुए चार माह बीत गए अभी तक अधिकांश स्कूलों में मानक के अनुसार शिक्षकों का चयन नहीं किया गया है। अभिभावक बच्चों का दाखिला कराकर अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं।

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सूबे की सरकार ने गरीबी के कारण अपने नौनिहालों को अच्छी शिक्षा न दे पाने वाले गरीबों का सपना पूरा करने के लिए अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा व्यवस्था लागू किया है। विगत दो साल से परिषदीय स्कूलों का चयन कर अंग्रेजी माध्यम की पढ़ाई की व्यवस्था है।

अंग्रेजी माध्यम के परिषदीय विद्यालयों में कक्षा एक, दो व तीन में शिक्षण कार्य अंग्रेजी माध्यम व कक्षा चार व पांच में द्विभाषा (अंग्रेजी व हिदी) माध्यम से किया जाता है। जिले के परिषदीय स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों में से इच्छुक अभ्यर्थियों से आवेदन पत्र लेकर चयन करना है। प्रधानाध्यापकों का चयन प्राथमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों में से किया जाता है। शासन के निर्देश पर इस साल 230 नए अंग्रेजी माध्यम विद्यालय चयनित किए गए। इनमें 21 विद्यालय उच्च प्राथमिक बाकी प्राथमिक स्तर के हैं। दो साल में अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों की संख्या 371 हो गई है।

अंग्रेजी माध्यम प्राथमिक स्कूल में एक प्रधानाध्यापक व चार योग्य शिक्षकों की तैनाती करनी है। इसके लिए शासन द्वारा कई बार पत्र आने के बावजूद जिले में अभी तक शिक्षक नियुक्त नहीं किए गए। शिक्षण सत्र के चार माह बीत गए अभी भी पुरानी व्यवस्था के तहत पढ़ाई हो रही है। समिति को करना है शिक्षकों का चयन

अंग्रेजी माध्यम के विद्यालयों में प्रधानाध्यापकों व शिक्षकों का चयन समिति द्वारा किया जाना है। समिति में डायट प्राचार्य अध्यक्ष, राजकीय इंटर कालेज के अंग्रेजी प्रवक्ता, अंग्रेजी विषय के विशेषज्ञ सदस्य और बीएसए सचिव होंगे। समिति द्वारा चयन हेतु 50 अंक की लिखित परीक्षा तथा 50 अंक की व्यक्तित्व परीक्षा ली जानी है। चयनित शिक्षकों का डायट पर पांच-पांच दिन का दो चरणों में प्रशिक्षण भी देना है। जनपद में करीब 1200 प्रधानाध्यापकों व शिक्षकों का चयन अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के लिए किया जाना है। विद्यालयों के चयन की प्रक्रिया खंड शिक्षा अधिकारी स्तर पर की जा रही है। शिक्षकों व प्रधानाध्यापकों का चयन के लिए आवेदन मांगा गया है। सभी खंड शिक्षा अधिकारियों की दो अगस्त को बैठक बुलाई गई है। प्राप्त आवेदनों के अनुसार चयन की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।

डा. राजेंद्र प्रसाद सिंह

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी

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