18 हजार श्रमिकों के खाते में भेजी जा रही दूसरी किश्त
शासन स्तर से भवन एवं सन्ननिर्माण कार्य में लगे मजदूरों को राहत देते हुए एक हजार रुपये प्रतिमाह आर्थिक सहायता की घोषणा की गई थी। जिसके तहत अप्रैल माह की सहायता राशि उनके खाते में भेजी जा चुकी है। मई माह की धनराशि शासन से आदेश के इंतजार में रूकी हुई थी इसके लिए भी आदेश प्राप्त हो गया है। जिसमें सभी के खाते में पैसा आरटीजीएस किया जा रहा है। साथ ही शासन स्तर से विभाग के खाते में 1.92 करोड़ रुपये की धनराशि भी प्राप्त हो चुकी है।
जासं, जौनपुर : शासन स्तर से भवन एवं सन्ननिर्माण कार्य में लगे मजदूरों को राहत देते हुए एक हजार रुपये प्रतिमाह आर्थिक सहायता की घोषणा की गई थी। जिसके तहत अप्रैल माह की सहायता राशि उनके खाते में भेजी जा चुकी है। मई माह की धनराशि शासन से आदेश के इंतजार में रूकी हुई थी, इसके लिए भी आदेश प्राप्त हो गया है। जिसमें सभी के खाते में पैसा आरटीजीएस किया जा रहा है। साथ ही शासन स्तर से विभाग के खाते में 1.92 करोड़ रुपये की धनराशि भी प्राप्त हो चुकी है।
श्रम विभाग में भवन एवं सन्ननिर्माण कार्य में लगे मजदूरों का पंजीकरण करीब 20 हजार से ऊपर होगा। लॉकडाउन शुरू होते ही शासन स्तर से ऐसे मजदूरों को एक हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की गई। जिससे उनका कुछ हद तक गुजारा भत्ता भी चल सके। जिसके बाद सभी का पंजीकरण व खाता संख्या चेक किया गया, जिसमें करीब 18 हजार मजदूरों ने अपना नवीनीकरण कराया था। इस हिसाब से अप्रैल माह में इन सभी के खातों में एक हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी गई थी। इसके सापेक्ष मई माह में आदेश न मिलने के इंतजार में सहायता राशि खाते में नहीं भेजी जा रही थी। एक सप्ताह पूर्व यह आदेश प्राप्त हुआ तो इन श्रमिकों के खाते में धनराशि ट्रांसफर की जा रही है। बोले अधिकारी..
इस बाबत सहायक श्रमायुक्त कुलदीप सिंह ने कहा कि शासन स्तर से अनुमति मिलने पर मई माह की धनराशि श्रमिकों के खाते में भेजी जा रही है, वहीं अप्रैल माह की एक हजार रुपये सहायता राशि दी जा चुकी है। इसका लाभ श्रम विभाग में पंजीकृत मजदूरों को ही दिया जा रहा है।