विकास के हर मोर्चे पर प्रदेश सरकार हुई फेल
विरोध -भाजपा राज में महंगाई व अपराध से कराह रही जनता ललई -सपा ने तहसील मुख्यालयों पर प्रदर्शन कर सरकार पर बोला हमला जौनपुर भाजपा सरकार द्वारा दिया गया सबका साथ सबका विकास व सबका विश्वास का नारा खोखला साबित हुआ है। विकास के हर मोर्चे पर फेल सरकार सिर्फ राजनैतिक एजेंडा साधने में मस्त है।
जागरण संवाददाता, जौनपुर: भाजपा सरकार द्वारा दिया गया सबका साथ, सबका विकास व सबका विश्वास का नारा खोखला साबित हुआ है। विकास के हर मोर्चे पर सरकार फेल होने पर सिर्फ राजनीतिक एजेंडा साधने में मस्त है। यह बातें जिला व तहसील मुख्यालयों पर मंगलवार को सपा द्वारा आयोजित धरना-प्रदर्शन में वक्ताओं ने कही।
जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन की अध्यक्षता करते हुए सपा जिलाध्यक्ष लाल बहादुर यादव ने कहा कि लोकसभा चुनाव तक जनता को गुमराह रखा गया। प्रदर्शन के बाद एसडीएम के माध्यम से प्रदेश के राज्यपाल को 16 सूत्रीय ज्ञापन भेजा गया। धरना सभा में पूर्व मंत्री व विधायक पारसनाथ यादव, पूर्व मंत्री श्रीराम यादव, जगदीश नारायण राय, जिला पंचायत अध्यक्ष राज बहादुर यादव सहित बड़ी तादाद में पार्टी नेताओं ने सरकार के विरुद्ध हमला बोला।
शाहगंज तहसील के धरने में पूर्व मंत्री व विधायक शैलेंद्र यादव ललई ने कहा कि भाजपा राज में बेतहाशा महंगाई व बेलगाम हो चुके अपराध के बीच जनता कराह रही है। विधानसभा इकाई अध्यक्ष अखंड प्रताप यादव, जिला पंचायत सदस्य त्रिभुवन यादव, पूर्व विधायक राम पारस रजक आदि मौजूद रहे। संचालन सैयद उरूज ने किया।
बदलापुर में पूर्व विधायक ओमप्रकाश दुबे बाबा ने कहा कि प्रदेश सरकार विकास के नाम पर झूठा प्रचार कर वाहवाही लूटने में व्यस्त है। केराकत में पूर्व सांसद तूफानी सरोज ने कहा कि भाजपा ने लोकसभा चुनाव में जनता को गुमराह कर वोट लेने के बाद अब उनका विश्वास तोड़ दिया है। इस मौके पर पूर्व विधायक गुलाब चंद सरोज आदि रहे। अध्यक्षता सुरेश यादव व संचालन डा. हरिराम ने किया।
मड़ियाहूं में पूर्व विधायक श्रद्धा यादव ने कहा कि योगी सरकार हर मोर्चे पर विफल है। कार्यक्रम में पूर्व प्रमुख कैलाश यादव, अवधनाथ पाल, फिरोज अंसारी, ईशा फारूकी, राजवीर यादव आदि मौजूद रहे।
मछलीशहर में विधायक जगदीश सोनकर ने महंगाई का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार की जनविरोधी नीतियों ने जनता का जीना मुहाल कर दिया है। पूर्व विधायक ज्वाला प्रसाद यादव व अन्य मौजूद रहे। अध्यक्षता नागेन्द्र बहादुर यादव ने तथा संचालन सूर्यभान यादव ने किया। ये रहीं प्रमुख मांगें..
-पेट्रो पदार्थों में मृल्य वृद्धि वापस ली जाए।
-किसानों को खाद-बीज के अभाव व कर्ज से मुक्ति दी जाए।
-नौजवानों को रोजगार मुहैया कराया जाए।
-फर्जी एनकाउंटर बंद कर ध्वस्त कानून व्यवस्था दुरुस्त की जाए।
-सरकारी तंत्र में भ्रष्टाचार समाप्त किया जाए।
-पूर्व मंत्री आजम खां के विरुद्ध फर्जी मुकदमे वापस लिया जाए।
-महिलाओं के साथ बढ़ते अपराध पर रोक लगाई जाए।
-विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों में छात्रसंघ की बहाली हो।