गाजी मियां की शहादत को किया याद
-आपसी भाईचारा व सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक है मेला -दोनों ही सम्प्रदाय के लोगों ने मांगी मिन्नतें जागरण संवाददाता खेतासराय (जौनपुर) प्राचीन परंपराओं और मान्यताओं का प्रतीक सैय्यद सालार मसूद गाजी मियां का मेला गुरुवार को सकुशल संपन्न हो गया। सदियों से चले आ रहे इस ऐतिहासिक मेले में इस बार भक्तों ने गाजी मियां की शहादत को याद कर दोनों ही संप्रदाय के लोग अपनी मुरादें पूरी करने हेतु मिन्नतें किए।
जागरण संवाददाता, खेतासराय (जौनपुर): प्राचीन परंपराओं और मान्यताओं का प्रतीक सैय्यद सालार मसूद गाजी मियां का मेला गुरुवार को सकुशल संपन्न हो गया। सदियों से चले आ रहे इस ऐतिहासिक मेले में इस बार भक्तों ने गाजी मियां की शहादत को याद कर दोनों ही संप्रदाय के लोग अपनी मुरादें पूरी करने हेतु मिन्नतें किए। इस दौरान पुलिस इनके पीछे-पीछे चल रही थी वहीं जगह-जगह नगर पंचायत द्वारा प्याऊ की व्यवस्था की गई थी।
आपसी भाईचारा एवं सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक गाजी मियां के मेले में यूं तो जायरीनों के आने का क्रम बुधवार की सुबह से ही शुरू हो गया था।
दोपहर बाद लहबर के साथ जहां मेला पहुंचाने का काम शुरू हुआ वहीं महिलाएं बाल बिखेरे झूमती नजर आई और रोगों से ग्रसित महिलाएं व पुरुषों ने लहबर में सिक्के के साथ पताके बांधकर मन्नतें मांगी तथा गाजी मियां के ब्याह में गीत गाती और मुजावरों को पंखे चलाती व पैर दबाती महिलाएं मेला पहुंचाते देखी गई। शहीद बाबा की मजार पर फूल चढ़ाकर जायरीनों ने परिक्रमा कर मन्नतें मांगी। लोगों ने विशालकाय झूलों व चर्खी तथा मिनी सर्कस का आनंद उठाया।
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