रामकथा का उद्देश्य छात्रों का सर्वागीण विकास
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के महंत अवैद्यनाथ संगोष्ठी भवन में 29 सितंबर से 5 अक्टूबर तक श्री रामकथा अमृत वर्षा का आयोजन किया गया है। कथा का अमृत पान आचार्य शांतनु महाराज कराएंगे।
जागरण संवाददाता, मल्हनी (जौनपुर) : वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के महंत अवैद्यनाथ संगोष्ठी भवन में 29 सितंबर से 5 अक्टूबर तक श्रीरामकथा अमृत वर्षा का आयोजन किया गया है। कथा का अमृत पान आचार्य शांतनु महाराज कराएंगे। कुलपति प्रो. राजाराम यादव ने कहा कि विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं में शिक्षा के साथ ही नैतिक एवं आध्यात्मिक संचार के लिए श्रीरामकथा का आयोजन किया जा रहा है। छात्रों के सर्वांगीण विकास को ²ष्टिगत रखते हुए विश्वविद्यालय में नैतिक मूल्यों पर आधारित सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक कार्यक्रम का आयोजन समय की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि देश के प्रख्यात कलाकारों को विश्वविद्यालय में बुलाने का उद्देश्य इस विश्वविद्यालय के छात्रों को इन कलाकारों और उनकी प्रतिभा से रूबरू कराना है। गत दो वर्षों से इस रामकथा से छात्रों के साथ ही जनपद के जनमानस में नवचेतना जागृत हुई है। श्री रामकथा अमृत वर्षा को सुनने के लिए पूर्वांचल के अन्य जिलों से भी लोग आते हैं। विश्वविद्यालय के स्थापना सप्ताह के अंतर्गत ही एक से तीन अक्टूबर को शाम 4 से 7 बजे तक कथा होगी। सांस्कृतिक संध्या का आयोजन शाम 7.30 से 9.30 बजे तक होगा। सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत एक अक्टूबर को देश के प्रसिद्ध कथक कलाकार रवि सिंह प्रयागराज का कथक पर आधारित नृत्य होगा। कुलपति प्रो. राजाराम यादव का उप शास्त्रीय गायन आयोजित है। दो अक्टूबर को लखनऊ की मनीषा मिश्रा का कथक नृत्य और नंद कुमार जोशी का बांसुरी वादन। तीन अक्टूबर को अयोध्या के प्रख्यात शास्त्रीय गायक पंडित सत्य प्रकाश मिश्र का शास्त्रीय गायन, नंद कुमार जोशी का बांसुरी वादन एवं साहित्य कुमार नाहर का सितार वादन होगा।