सुदामा चरित्र के वर्णन पर भक्ति रस में डूबे लोग
मीरगंज के गोपालापुर में चल रही सात दिवसीय श्रीमछ्वागवत कथा का मंगलवार को समापन हुआ। लखेसर गांव में भागवत कथा में व्यास ने शुकदेव व राजा परीक्षित की कथा सुनाई।
जागरण संवाददाता, जौनपुर: मीरगंज के गोपालापुर में चल रही सात दिवसीय श्रीमछ्वागवत कथा का मंगलवार को समापन हुआ। लखेसर गांव में भागवत कथा में व्यास ने शुकदेव व राजा परीक्षित की कथा सुनाई।
गोपालपुर गांव में श्रीमद भागवत महापुराण, चारों वेद, पुराण एवं गीता की व्याख्या महाराज आत्मानंद सरस्वती ने श्रद्धालुओं के बीच की। सातवें एवं अंतिम दिन महाराज ने श्री कृष्ण जी के सर्वोपरी लीला, मथुरा गमन, दुष्ट कंसराजा के अत्याचार से मुक्ति के लिए कंसबध, कुबजा उद्धार, रुक्मिणी विवाह, शिशुपाल वध एवं सुदामा चरित्र का वर्णन कर लोगों को भक्तिरस में डुबो दिया। कार्यक्रम के संयोजक अनिल कुमार पाठक (आई.ए.एस.) अभिमन्यु ने सपरिवार महाराज की आरती उतारी।
बरईपार क्षेत्र के लखेसर गांव में आद्या प्रसाद मिश्र के घर मंगलवार को कथा वाचक पंडित फूलचंद तिवारी व्यास ने शुकदेव महराज व राजा परीक्षित की कथा सुनाई। व्यास ने कहा कि शुकदेव महाराज की इस कथा से राजा परीक्षित निर्वाण के लिए मानसिक रूप से तैयार हो गए। कथा में पूर्व प्रमुख सुधाकर उपाध्याय, शैलेन्द्र तिवारी, राकेश मिश्र, शारदा दुबे आदि रहे।