दुनिया में अमन चैन रहे यही पैगाम था अटल का
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की मनाई प्रथम मासिक पुण्य तिथि काव्यांजलि समारोह में कवियों की खूब बही रस धारा जागरण संवाददाता, मछलीशहर(जौनपुर): पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के प्रथम पुण्यतिथि पर नगर के गंगा पैलेस में काव्यांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें आजम मछलीशहरी ने कहा कि दुनिया मे अमन चैन रहे यही पैगाम था अटल विहारी का।
जागरण संवाददाता, मछलीशहर(जौनपुर): पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की प्रथम मासिक पुण्यतिथि पर नगर के गंगा पैलेस में काव्यांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें आजम मछलीशहरी ने कहा कि दुनिया में अमन चैन रहे यही पैगाम था अटल विहारी का। इसी क्रम में माधुरी जौनपुरी ने कहा कि जब जब जनम मिले भारत माता के चरणों मे दिए जलाऊं। जिसे सुनकर लोग झूम गए। इस दौरान आरिफ मछलीशहरी ने कहा कि चाहे जमीं की बात करो या गगन की की बात करो, हर बात से पहले वतन की बात करों।
कार्यक्रम संयोजक भाजपा नेता एवं पूर्व प्रत्याशी श्रीमती अनिता रावत ने कहा कि अटल विहारी वाजपेयी ऐसे व्यक्ति एवं कवि के साथ साथ पत्रकार भी थे जिसे भारत ही नही बल्कि पूरी दुनिया लोहा मानती थी। इस दौरान पंडित टीपी त्रिपाठी, सौरभ मिश्रा, डा महेंद्र प्रताप ¨सह, डॉ मसूद एंव अमर नाथ फैजावादी, हनुमंत पांडेय, ललित मोहन तिवारी सहित तमाम कवियों ने अपनी रचनाओं से लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। अध्यक्षता जनार्दन ¨सह एवं संचालन डॉ शम्भू रत्न उपाध्याय गांगे एवं कृपा शंकर श्रीवास्तव ने किया। इस दौरान ब्रह्म देव तिवारी, सुरेन्द्र विक्रम ¨सह, रमेश दुबे, राजेश, अभिषेक ¨सह, गंगा ¨सह, रंजीत, रवि, रमेश, मनोज ¨सह, दिलीप ¨सह आदि मौजूद रहे।