शहीद राजेश को श्रद्धांजलि, परिवार को दी आर्थिक मदद
जागरण संवाददाता, बरसठी (जौनपुर): सुकमा के शहीद मीरगंज थानांतर्गत करियांव गांव निवासी राज
जागरण संवाददाता, बरसठी (जौनपुर): सुकमा के शहीद मीरगंज थानांतर्गत करियांव गांव निवासी राजेश कुमार ¨बद को उनके आवास पर रविवार को श्रद्धांजलि दी गई। मुख्य अतिथि समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने उनके चित्र पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित किया। परिवार वालों को आर्थिक मदद भी दी गई। बीते 24 मई को राजेश शहीद हुए थे।
प्रदेश अध्यक्ष ने केंद्र सरकार पर दोष मढ़ते हुए कहा कि देश की आंतरिक सुरक्षा खतरे में है। सरकार सुरक्षा देने मे असफल है, इसी का परिणाम है कि हमारे जवान लगातार शहीद हो रहे हैं। सरकार मौन साधे बैठी है। चुनाव में एक सिर के बदले दस सिर लाने की बात कही गई, लेकिन सब बयान तक ही सिमट कर रह गया। शहीद परिवार के लिए समाजवादी परिवार हमेशा तत्पर रहता है। मल्हनी विधायक पारसनाथ यादव ने कहा कि पड़ोसी देश से अच्छा रिश्ता होना चाहिए। सरकार ऐसा करने में असफल रही है जिससे सीमा पर और नक्सली हमले में जवान शहीद हो रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीद के घर आकर परिवार को सांत्वना देना भी उचित नहीं समझा। मछलीशहर विधायक जगदीश सोनकर ने कहा कि शहीद के नाम एक गेट और गोधना-निगोह मार्ग को शहीद के नाम पर करवाने के पार्टी की तरफ से दो लाख रुपये की मदद प्रदान की। विधायक ललई यादव, पूर्व सांसद रामरती ¨बद, जगतमोहन ¨बद, कैलाश दुबे, मोहम्मद हाजी सईद, पूर्व सांसद तूफानी सरोज, फूलपुर सांसद नागेंद्र पटेल आदि ने भी शहीद को श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम के दूसरी ओर चंदौली से आए चिकित्सक डा. विनोद कुमार ¨बद ने 60 हजार रुपये की मदद की। इस दौरान राजेंद्र प्रसाद, अजीत कुमार यादव, सूर्यनारायण ¨बद, रमापति ¨बद आदि मौजूद रहे। वहीं बीते 9 अप्रैल को सड़क एक ही परिवार के तीन लोगों की सड़क हादसे में मौत पर सांत्वना देने मेदपुर बनकट गांव पहुंचे। परिजन को पार्टी फंड से सहायता दिलाने का आश्वासन दिया। इसके अलावा प्रदेश अध्यक्ष अलीगढ़ में ड्यूटी के दौरान हार्ट अटैक से सेना के जवान हौसिला प्रसाद पाल की मौत पर परिजन को सांत्वना देने सीहीपुर गांव पहुंचे। सांसद नागेंद्र पटेल, पारसनाथ यादव, शैलेंद्र यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष राज बहादुर यादव, राजनाथ यादव, श्रवण जायसवाल आदि भी साथ ही थे। सभी ने जवान के चित्र पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। अभिभावक मनसुखा पाल व बेटे विपुल के पास वे ज्यों ही पहुंचे वहां का माहौल गमगीन हो गया। पत्नी सुशीला पाल, बेटी निशा, रीता व श्वेता से मिल कर हर सम्भव मदद देने का वादा किया।
करियाव के दो जवान दे चुके हैं प्राणों की आहुति
करियाव गांव के दो लाल अब तक देश के लिए प्राणों की आहुति दे चुके हैं। हर कोई इसे एक मिसाल के तौर पर देख रहा है। गांव का नाम सिर्फ जनपद या प्रदेश में नहीं बल्कि देश भर में रोशन कर दिया है। सबसे पहले गांव के ही राम दुलारे ¨सह 18 अगस्त 1942 को 21 वर्ष की उम्र में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान अग्रेजों की गोली का शिकार हो गए। इसके बाद बीते 24 मई सुकमा में राजेश ¨बद शहीद हुए तो लोगों की छाती गर्व से चौड़ी हो गई।