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जनरल कासिम सुलेमानी के चालीसवें की मजलिस

ईरान के सुप्रीम कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी की शहादत पर उनके चालीसवें की मजलिस मदरसा जामिया इमाम जा़फर सादि़क सदर इमामबारगाह बेगमगंज में आयोजित हुई। मजलिस को जामिया मुस्त़फा ईरान के प्रतिनिधि मौलाना डॉ र•ा शाकरी ने मजलिस को ़िखताब किया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Feb 2020 06:25 PM (IST)Updated: Tue, 18 Feb 2020 06:25 PM (IST)
जनरल कासिम सुलेमानी के चालीसवें की मजलिस
जनरल कासिम सुलेमानी के चालीसवें की मजलिस

जासं, जौनपुर: ईरान के सुप्रीम कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी की शहादत पर उनके चालीसवें की मजलिस मदरसा जामिया इमाम जा़फर सादि़क सदर इमामबारगाह बेगमगंज में हुई। मजलिस को जामिया मुस्त़फा ईरान के प्रतिनिधि मौलाना डा. र•ा शाकरी ने मजलिस को ़िखताब किया। उन्होंने कहा कि कमांडर जनरल की हत्या के बाद पूरे आलम-ए-इस्लाम में गम और गुस्सा है। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर जनरल कासिम सुलेमानी का दहशतगर्दी से संबंध होता तो वह आइएसआइएस के खात्मे के लिए क्यों लड़ते।

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मौलाना सफदर हुसैन •ौदी ने कहा कि मानव अधिकारों और यूएन की बात करने वाले अमेरिका को अगर उन पर ऐतराज था तो वह यूएनओ में क्यों नहीं गया। मजलिस के पहले कासिम सुलेमानी के जीवन पर आधारित सेमिनार का भी आयोजन किया गया। इस मौके पर मौलाना महफू•ाल हसन खान, मौलाना फजले मुमता•ा खान, मौलाना अहमद अब्बास, मौलाना हैदर मेंहदी, मौलाना अफरोज, मौलाना दिलशाद खान, मौलाना मेराज खान, मौलाना निसार हुसैन खान प्रिस, आरिफ हुसैनी आदि मौजूद रहे।


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