सांड़ के हमले से गई एक और जान
जागरण संवाददाता सिकरारा (जौनपुर) : छुट्टा सांड़ों का आतंक कम होने की बजाए बढ़ता ही ज
जागरण संवाददाता सिकरारा (जौनपुर) : छुट्टा सांड़ों का आतंक कम होने की बजाए बढ़ता ही जा रहा है। खेतों और सड़कों पर सांड यमराज बनकर घूम रहे हैं। इनके हमले से एक और जान चली गई। बक्शा थाना क्षेत्र के बढ़ौना गांव में एक सप्ताह पहले साड़ के हमले से घायल वृद्ध की इलाज के दौरान मंगलवार की रात मौत हो गई। बुधवार को रामघाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। राम सेवक मौर्य (78) 19 जुलाई की शाम को घर के बाहर आम के बगीचे में चारपाई पर बैठकर आम की रखवाली कर रहे थे। इसी समय पीछे से साड़ ने उनपर हमला कर दिया। वे घर की तरफ भागे, लेकिन साड़ ने दौड़ाकर उनपर हमला किया। लोग लाठी लेकर दौड़े तो किसी तरह साड़ भागा, जबकि राम सेवक गंभीर रूप से घायल हो गए। उसने नुकीले सींग से उनके कमर के ऊपर अधिक चोट लग गई। परिजन उन्हें जिला अस्पताल ले गए। एक दिन इलाज के बाद हालत गंभीर होने पर चिकित्सकों ने उन्हें वाराणसी ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया। जहां मंगलवार की रात उनकी उपचार के दौरान मौत हो गई। इधर वृद्ध का शव लेकर रात में ही परिजन घर पहुंचे तो कोहराम मच गया। सांड़ों की वजह से अबतक हुई मौत
28 अक्टूबर 2017 को जोगापुर रामपुर निवासी अमरनाथ ¨सह की सांड़ के हमले में मौत हो गई।
25- मार्च- को रामपुर थाना क्षेत्र के औंरा गांव में अपने घर के बाहर सो रही जगपत्ती देवी (70) को सांड़ ने पेट में सींग घुसाकर उठाने के बाद 25 मीटर दूर ले जाकर पटक दिया, जिससे उनकी मौत हो गई।
1 अप्रैल को सुजानगंज थाना क्षेत्र के रामनगर निवासी पियारी देवी पर सांड़ ने हमला कर मार डाला।
26 जून को सिकरारा के बघौरा में पंडोही कहार को सांड़ ने दौड़ाकर मार डाला।
18 जुलाई को सिकरारा चौरा मोहनदास गांव में गिरजा शंकर सोनकर को सांड ने दौड़ाकर मार डाला।
19 जुलाई को सिकरारा थाना क्षेत्र के बढ़ौना गांव निवासी राम सेवक मौर्य (78) को साड़ ने दौड़ाकर मार डाला।